ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 26 जनवरी
आम आदमी पार्टी (आप) के पंजाब मामलों के सह प्रभारी राघव चड्ढा ने कांग्रेस पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया है और कहा है कि पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए टिकट वितरण में उनका दलित विरोधी चेहरा सामने आया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा वोट के लिए एससी समुदाय का इस्तेमाल किया है। कांग्रेस ने पंजाब में वोट बैंक आधारित राजनीति करने के लिए एक एससी नेता, चरणजीत सिंह चन्नी को कुछ हफ्तों के लिए अपना मुख्यमंत्री बनाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इस कदम के पीछे उनका एकमात्र इरादा पंजाब के लोगों को धर्म-जाति के आधार पर बांटना और अनुसूचित जाति के मतदाताओं को अपने पक्ष में करना है।
बुधवार को पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन के दौरान राघव चड्ढा ने कहा कि कांग्रेस में दलित नेताओं के लिए जगह नहीं है और उनका आलाकमान हमेशा से राजनीति में भाई-भतीजावाद का समर्थक रहा है. राघव चड्ढा ने दावा किया कि कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब के सभी बड़े कांग्रेस नेताओं, उनके भाइयों और भतीजों, बेटों और यहां तक कि दामादों को उनकी मांगों के अनुसार टिकट दिया, लेकिन सीएम चन्नी के भाई को स्पष्ट रूप से टिकट देने से इनकार कर दिया गया। विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जताई।
चड्ढा ने उदाहरण दिया कि कांग्रेस ने अबोहर से सुनील जाखड़ के बेटे, अमर सिंह के बेटे को रायकोट से, सांसद संतोष चौधरी के भतीजे को करतारपुर से टिकट दिया. इसी तरह जालंधर (ग्रामीण) से अवतार हेनरी के बेटे, पूर्व मुख्यमंत्री हरचरण सिंह बराड़ की बहू मुक्तसर से करण कौर, अमरगढ़ से नवजोत सिंह सिद्धू के भतीजे सुमित सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भठल के दामाद विक्रम बाजवा साहनेवाल से पूर्व विधायक सुरजीत धीमान के भतीजे को सुनाम से और ब्रह्म मोहिंद्रा के बेटे को पटियाला (ग्रामीण) से टिकट दिया गया है.
राघव चड्ढा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, जो एससी समुदाय से हैं, की उनके भाई को टिकट देने की अपील को स्वीकार नहीं किया, भले ही उन्होंने इसके लिए व्यावहारिक रूप से भीख मांगी हो। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपनी परंपरा के अनुसार पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर ‘यूज एंड थ्रो’ लागू किया है।
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