मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संविधान दिवस के मौके पर बड़ी घोषणा की है। सीएम ने सदन में कहा कि छत्तीसगढ़ के स्कूलों में बच्चों को अब संविधान की प्रस्तावना, मूल अधिकारों, मूल कर्त्तव्यों और राज्य की नीति निर्देशक तत्वों की भी जानकारी दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र के मूलभूत सिद्धांतों को जन- जन तक पहुंचाने का एक अच्छा जरिया हमारे स्कूल हो सकते हैं।
स्कूलों में प्रार्थना के बाद माह के प्रथम सोमवार को संविधान की प्रस्तावना, द्वितीय सोमवार को नागरिकों को दिए गए मौलिक अधिकारों, तृतीय सोमवार को को मूल कर्तव्यों और चतुर्थ सोमवार को नीति निर्देशक तत्वों का पठन किया जाना चाहिए, जिससे विद्यार्थियों को उनके बारे में जानकारी हो सके, उनमें जागरूकता बढ़े और भविष्य में वे देश के जिम्मेदार नागरिक बनें।
मुख्यमंत्री ने सदन में अपने संबोधन में कहा कि आज हमें अपने महान संविधान के प्रति अपने विश्वास, उसकी रक्षा करने के अपने संकल्प और उसके मूल्यों को आत्मसात कर, देश में लोकतंत्र को जिंदा रखने की वचनबद्धता को पुरजोर तरीके से दोहराने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि संविधान की भावना जन-जन तक पहुंचे। संविधान ने देशवासियों को समता का अधिकार, इंसानी गरिमा दी और भारत को दुनिया में एक अलग पहचान दी। हमारा संविधान देशवासियों के लिए महज कागज का टुकड़ा नहीं बल्कि हमारी लोकतांत्रिक आस्थाओं का प्रतीक है।
More Stories
Pilibhit में अवैध कब्जे की बड़ी कार्रवाई, बुलडोजर से ढहाई गईं 11 दुकानों और एक मकान की दीवारें!
एमपी बना मसाला स्टेट; मध्य प्रदेश के किसानों ने 54 लाख टन मसाला पैदा किया, देश में पहला स्थान
बाल दिवस पर उद्धरण और शुभकामनाएं हिंदी: ‘मन के प्रिय ये प्यारे बच्चे…’, बाल दिवस पर डेयरडेविल्स से बच्चों को शुभकामनाएं