19 November 2019
मुस्लिम लीग का कांग्रेस के साथ गठबंधन शिवसेना और भाजपा के गठबंधन से भी पुराना है।
क्या ‘भगवाÓ शिवसेना के साथ जाने से कांग्रेस को रोक रही है केरल की लोकसभा जीत?
लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी की देशभर में हार के बावजूद केरल ऐसा राज्य रहा है जहां कांग्रेस को भारी जनसमर्थन मिला है। राज्य की 20 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस पार्टी अकेले 15 सीटों पर चुनाव जीतने में कामयाब हुई थी। उस समय पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ा था और भारी मतों से जीत प्राप्त की थी। ऐसा समझा जाता है कि केरल में मुस्लिम मतदाताओं ने कांग्रेस पार्टी को भारी संख्या में वोट दिए थे।
वहीं दूसरी तरफ शिवसेना हिंदुत्व की राजनीति करती आई है और ऐसा माना जाता है कि महाराष्ट्र में मुस्लिम मतदाता शिवसेना को ज्यादा वोट नहीं करते। अब कांग्रेस पार्टी के लिए यह बड़े इम्तिहान की घड़ी है कि वह शिवसेना के साथ हाथ मिलाए या नहीं। सत्रों के मुताबिक केरल से आने वाले कांग्रेस पार्टी के कई बड़े नेता शिवसेना के साथ गठबंधन का विरोध कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी भी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना के बीच गठबंधन से खिलाफ हैं, ए के एंटनी केरल के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।
कांग्रेस में एके एंटनी और के सी वेणुगोपाल की ‘केरल लॉबीÓ सोनिया गांधी को इसे लेकर आगाह भी करते आ रहे हैं।
वह जानती है कि एक बार शिवसेना के साथ गए तो उत्तर भारतीय और अल्पसंख्यक वोट दूर चला जाएगा। साथ ही देश की राजनीति में कांग्रेस पर ‘कम्युनलÓ कहलाने वाली शिवसेना से हाथ मिलाने का आरोप लगेगा। इससे केंद्र में सेक्युलर गठजोड़ का उसका सपना अधूरा रह जाएगा।
लोकसभा चुनाव के समय राहुल गांधी ४ अप्रैल को अपना परचा दाखिल किये थे। कांग्रेस अध्यक्ष के वायनाड से पर्चा दाखिल करने के दौरान समर्थकों के जुलूस का एक वीडियो वायरल हो चुका है। यह एक स्थान से रिकॉर्ड किया गया है जिसमें इस जुलूस में मुस्लिम लीग के हरे झंडे लहाराते हुए दिख रहे हैं।
योगी ने मध्य असम में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘Óराहुल उत्तर प्रदेश से भाग गए और केरल में एक सीट से पर्चा भरा है। उनके जुलूस में न तो तिरंगा था, और न ही कांग्रेस के चुनाव चिन्ह ‘हाथ। उसमें केवल मुस्लिम लीग का हरा झंडा था जिस पर चांद और तारे अंकित थे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘Óइस अपवित्र गठजोड़ ने कांग्रेस की मानसिकता को उजागर कर दिया है। देश के विभाजन के लिए और उस वक्त लाखों लोगों की हत्या के लिए मुस्लिम लीग जिम्मेदार था। अब कांग्रेस का उसी पार्टी के साथ राजनीतिक गठजोड़ है।”
योगी ने आरोप लगाया कि असम में भी कांग्रेस ने बदरुद्दीन अजमल की एआईयूडीएफ के साथ गठबंधन किया है जो राज्य में असंख्य समस्याओं के लिए जिम्मेदार है। रैली में योगी ने कहा, ‘Óकांग्रेस ने इन दोनो गठबंधनों को कर राष्ट्रीय सुरक्षा और आपकी सुरक्षा के साथ समझौता कर लिया है।” भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में चुनावी रैलियों को संबोधित करने योगी यहां आये थे।
आज का समाचार है :
जमीयत ने सोनिया को लिखा पत्र
मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर शिवसेना को समर्थन न देने की बात कही है। गौरतलब है कि शिवसेना लंबे समय से हिंदुत्व की राजनीति करती रही है, जबकि कांग्रेस खुद को सेक्युलर पार्टी बताती रही है।
एक ओर जहॉ पीएम मोदी सरकार का मंत्र है : सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास।
ठीक इसके विपरीत नेहरू-गांधी परिवार से ग्रसित कांग्रेस का विश्वास है मुस्लिम तुष्टिकरण।
कांग्रेस को अपनी इस नीति पर पुनर विचार करना चाहिये तथा शिवसेना को भी चाहिये कि वह कांग्रेस के पदचिन्हों पर न चले।
More Stories
चीन के पसरते पांव पर लगाम लगाना आवश्यक
चीन के पसरते पांव पर लगाम लगाना आवश्यक
श्रीलंका को कर्ज मिलना राहत की बात