बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने मथुरा जिले की पांचों विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। बसपा ने उन्हीं को मौका दिया है, जिन्हें पिछले दिनों विधानसभा का प्रभारी बनाया गया था। कुछ पुराने व कुछ नए प्रत्याशियों पर दांव खेला है। मांट विधानसभा से फिर से श्याम सुंदर शर्मा पर भरोसा जताया गया है। वह आठ बार से लगातार विधायक हैं। इसके अलावा गोवर्धन से राजकुमार रावत पर दांव खेला है। वह भी पुराने खिलाड़ी हैं। दो बार विधायक रह चुके हैं। मथुरा, छाता और बलदेव से चुनाव मैदान में आए चौधरी जगवीर, सोनपाल और अशोक कुमार के लिए राजनीति तो नई नहीं हैं। लेकिन यह तीनों ही प्रत्याशी पहली बार विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाएंगे।
बसपा ने मांट विधानसभा से फिर एक बार आठ बार के विधायक श्याम सुंदर शर्मा पर भरोसा जताते हुए टिकट दिया है। श्याम सुंदर मांट विधानसभा से 1989 से आज तक विधायक हैं। 2012 में रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने हराया था, लेकिन एक माह बाद जयंत चौधरी ने इस्तीफा दे दिया था। श्याम ने कहा कि जनता के आशीर्वाद से वह फिर एक बार मांट विधानसभा में जीत हासिल करेंगे। मालूम हो कि श्याम सुंदर विभिन्न पार्टी से चुनाव लड़कर जीत हासिल कर चुके हैं।
गोवर्धन से बसपा ने राजकुमार रावत को प्रत्याशी घोषित कर बड़ा दांव खेला है। राजकुमार का गोवर्धन क्षेत्र से अबकी बार तीसरा चुनाव है। वर्ष 2012 में बसपा से चुनाव में विजयी हुए। इससे पहले वह बलदेव विधान सभा से विधायक चुने थे। 2017 में गोवर्धन से बसपा से चुनाव लड़े थे, लेकिन भाजपा के कारिंदा ने जीत हासिल कर राजकुमार रावत को हराया था। राजकुमार रावत बलदेव के लोहवन गांव के रहने वाले है। उन्होंने कहा कि गिरिराज प्रभु की कृपा और क्षेत्र की सम्मानित सरदारी के आशीर्वाद से फिर एक बार मौका मिला है।
मथुरा विधानसभा सीट से बसपा ने रिटायर्ड फौजी चौधरी जगवीर को अपना प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है। वर्ष 2013 में फौज से रिटायर्ड होने के कुछ समय बाद बसपा से जुड़े चौधरी जगवीर की मां अंगूरी देवी औरंगाबाद से दो बार प्रधान रह चुकी हैं। अपनी मां से मिली राजनैतिक विरासत को आगे बढ़ते हुए उन्होंने बसपा में मथुरा विधानसभा सीट से टिकट के लिए आवेदन किया। पार्टी ने भी उन्हें निराश ना करते हुए प्रत्याशी बनाया है। उन्होंने बताया कि लोगों का आर्शीवाद मिला तो जनता की सेवा करेंगे।
बसपा प्रत्याशी ठाकुर सोनपाल सिंह ने अपना राजनीतिक करियर छाता तहसील के ग्राम अहोरी से ग्राम प्रधान से शुरू किया था। 5 साल ग्राम प्रधानी करने के बाद उन्होंने छाता तहसील में अपनी वकालत की प्रैक्टिस शुरू की। 2021 के मथुरा जिला पंचायत चुनावों में वार्ड नंबर 16 से पत्नी त्रिवेणी देवी को जिला पंचायत का चुनाव लड़ाया। त्रिवेणी देवी ने लगभग 9000 के करीब वोटों से जीत हासिल की। उन्होंने कहा कि पार्टी ने जो विश्वास जताया है, उसे पूरा करेंगे।
अशोक कुमार सुमन एडवोकेट बलदेव से प्रत्याशी घोषित किए गए हैं। अशोक मूल रूप से मथुरा के मधुबन एंक्लेव निवासी हैं। शुरू से ही बसपा से जुड़े हुए हैं और वकील के रूप में कार्यरत हैं। बसपा में विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए हर वर्ग की समाज सेवा व सहायता की है। अशोक ने बताया कि हर क्षेत्र का संपूर्ण विकास कराना लक्ष्य है। हर वर्ग के लोगों को साथ लेकर चलना उनकी समस्याओं को सुनना उनकी समस्याओं का निवारण कराना ध्येय रहेगा।
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