सार
कोरोना की बीती दो लहरों में 21 महीने में 409 बच्चे संक्रमित हुए थे, लेकिन तीसरी लहर में एक महीना भी नहीं हुआ। अब तक 118 बच्चे संक्रमित मिल चुके हैं।
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कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों में संक्रमण की दर अधिक है। आगरा में अब तक 118 बच्चे संक्रमित हो चुके हैं। पहली दो लहरों में 409 बच्चे संक्रमित हुए थे। हालांकि इस बार 70-75 फीसदी बच्चों में कोरोना के लक्षण नहीं हैं। अन्य को भी मामूली जुकाम-खराश है।
सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि मार्च 2020 से मार्च 2021 तक पहली लहर में 245 बच्चों में कोरोना मिला था। पहली लहर की शुरुआत में एहतियातन बच्चों को भर्ती किया गया था, इसके बाद होम आइसोलेशन सुविधा शुरू होने के बाद बच्चों को भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ी। एसएन मेडिकल कॉलेज में 18 दिन का संक्रमित बच्चा भर्ती हुआ था, जो सबसे कम उम्र का मरीज था। इसको अपने दादा से संक्रमण मिला था। पिता-मां की रिपोर्ट निगेटिव थी।
दूसरी लहर में 164 बच्चे हुए थे संक्रमित
अप्रैल 2021 से सितंबर 2021 तक दूसरी लहर में 164 बच्चे संक्रमित मिले थे। दो लहरों में 15 साल तक के 409 बच्चों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इनमें से आठ से 10 बच्चे ही अस्पताल में भर्ती हुए थे।
तीसरी लहर में बच्चों में संक्रमण की दर अधिक है। दिसंबर अंतिम सप्ताह से शुरू हुई लहर में 118 बच्चे संक्रमित हो गए हैं। इनके मां-पिता या अन्य परिजनों में भी संक्रमण पाया गया। 20 बच्चों की उम्र पांच साल से कम की है।
संक्रमण के आंकड़े
पहली लहर (मार्च 2020 से मार्च 2021) : 245 बच्चे
दूसरी लहर (अप्रैल 2021 से सितंबर 2021) : 164 बच्चे
तीसरी लहर (दिसंबर 2021 से अब तक) : 118 बच्चे
परिजनों से हो रहे संक्रमित, बचाव जरूरी
एसएन मेडिकल कॉलेज के माइक्रो बायोलॉजी विभाग की डॉ. आरती अग्रवाल का कहना है कि स्कूल बंद हैं। आशंका है अधिकतर मामलों में बच्चों में संक्रमण उनके परिजनों से मिला है। अधिकांश में लक्षण नहीं हैं, जिनमें हैं वह बहुत ही मामूली हैं। बच्चों के खानपान और बचाव पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
पांच साल के बच्चे को मास्क लगाएं
आगरा पीडियाट्रिक्स एसोसिएशन के डॉ. अरुण जैन ने बताया कि ओपीडी में 70 से 80 फीसदी बच्चों को बुखार, जुकाम-खांसी की परेशानी मिल रही है। ऐसे में बच्चों को भीड़भाड़ स्थानों पर ले जाने से बचें। बेहद जरूरी है तो पांच साल से अधिक उम्र के बच्चों को मास्क जरूर पहनाकर ले जाएं।
ड्राई फ्रूट्स खिलाएं, फास्ट फूड से बचाएं
जिला अस्पताल की डायटीशियन ललितेश शर्मा ने बताया कि बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए ड्राई फ्रूटस रोजाना खिलाएं। शाम को दूध भी जरूरी है। हर सब्जी का सूप भी फायदेमंद है। खासतौर से फास्ट फूड और बाजार की खाद्य सामग्री को नजरअंदाज करें। इससे बच्चों का पेट तो भर जाता है लेकिन पौषक तत्व नहीं मिलते। फल और विटामिन-प्रोटीन वाली सामग्री पर जोर दें।
विस्तार
कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों में संक्रमण की दर अधिक है। आगरा में अब तक 118 बच्चे संक्रमित हो चुके हैं। पहली दो लहरों में 409 बच्चे संक्रमित हुए थे। हालांकि इस बार 70-75 फीसदी बच्चों में कोरोना के लक्षण नहीं हैं। अन्य को भी मामूली जुकाम-खराश है।
सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि मार्च 2020 से मार्च 2021 तक पहली लहर में 245 बच्चों में कोरोना मिला था। पहली लहर की शुरुआत में एहतियातन बच्चों को भर्ती किया गया था, इसके बाद होम आइसोलेशन सुविधा शुरू होने के बाद बच्चों को भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ी। एसएन मेडिकल कॉलेज में 18 दिन का संक्रमित बच्चा भर्ती हुआ था, जो सबसे कम उम्र का मरीज था। इसको अपने दादा से संक्रमण मिला था। पिता-मां की रिपोर्ट निगेटिव थी।
दूसरी लहर में 164 बच्चे हुए थे संक्रमित
अप्रैल 2021 से सितंबर 2021 तक दूसरी लहर में 164 बच्चे संक्रमित मिले थे। दो लहरों में 15 साल तक के 409 बच्चों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इनमें से आठ से 10 बच्चे ही अस्पताल में भर्ती हुए थे।
तीसरी लहर में बच्चों में संक्रमण की दर अधिक है। दिसंबर अंतिम सप्ताह से शुरू हुई लहर में 118 बच्चे संक्रमित हो गए हैं। इनके मां-पिता या अन्य परिजनों में भी संक्रमण पाया गया। 20 बच्चों की उम्र पांच साल से कम की है।
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