राजस्थान के जयपुर निवासी 1996 बैच के आईपीएस विजय सिंह मीणा कानपुर के दूसरे पुलिस कमिश्नर होंगे। विजय सिंह मीणा इससे पहले लंबे समय तक वाराणसी रेंज के आईजी रह चुके हैं। पिछले वर्ष एडीजी रैंक पर प्रमोशन के बाद उन्हें वाराणसी से हटाकर लखनऊ एडीजी विजिलेंस की जिम्मेदारी दी गई थी। पुलिस कमिश्नरी के मुखिया के तौर पर उनका यह पहला अनुभव रहेगा। शुक्रवार को वह पदभार संभालेंगे। कानपुर के पुलिस कमिश्नर रहे असीम अरुण ने आठ जनवरी को वीआरएस लेकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी।
प्रदेश सरकार ने उनका वीआरएस 15 जनवरी को स्वीकार कर लिया था। इसके बाद असीम अरुण छुट्टी पर हैं। इस बीच, कानपुर पुलिस कमिश्नरी की कमान सौंपने के लिए चुनाव आयोग को एडीजी रैंक के तीन अफसरों के नाम भेजे गए थे। इनमें 15 जनवरी 1972 को जन्मे विजय सिंह मीणा के अलावा विजिलेंस में ही तैनात एडीजी एन रविंदर और भर्ती बोर्ड में तैनात आरके स्वर्णकार का नाम शामिल था। आयोग ने विजय सिंह के नाम पर मुहर लगाई, जिसके बाद शासन ने उन्हें कानपुर पुलिस कमिश्नर पद पर तैनाती दे दी है।
सक्रियता के लिए जाने जाते हैं मीणा
आईपीएस विजय सिंह मीणा को उनकी सक्रियता के लिए भी जाना जाता है। वर्ष 2018 में आईजी रेंज वाराणसी के पद पर तैनाती के दौरान आधी रात को मिर्जापुर के जिगना थाने में निरीक्षण करने पहुंच गए थे। थाना क्षेत्र में दो दिनों के भीतर मंदिर से मूर्तियां चोरी होने व हत्या जैसे मामले प्रकाश में आने के बाद उन्होंने सक्रियता दिखाई थी। इसके बाद से वारदातों में कमी आई थी। उन्होंने इलेक्ट्रिकल स्ट्रीम से बीटेक की पढ़ाई की है।
सेवाओं के दौरान प्राप्त किए कई मेडल
सन 2013 में उन्हें प्राइम मिनिस्टर मेडल, सन 2015 में प्राइम मिनिस्टर गोल्ड मेडल, सन 2018 में डीजी कमनडेशन डिस्क (सिल्वर), सन 2019 में डीजी कमेंडेशन डिस्क (गोल्ड) और सन 2021 में डीजी कमेंडेशन डिस्क (प्लेटिनम) से सम्मानित किया जा चुका है। वाराणसी आईजी रेंज के पहले विजय सिंह मीणा आईजी लोक शिकायत लखनऊ, आईजी बरेली जोन, डीआईजी आजमगढ़ और बरेली, एसपी मुरादाबाद, आजमगढ़, फ तेहपुर, कन्नौज, एटा, बुलंद शहर, एसएसपी प्रयागराज व वर्ष 2003 में भदोही जनपद में एसपी के पद पर तैनात रहे हैं।
2017 के चुनाव में आयोग ने ही हटाया था
चुनाव आयोग ने भले ही विजय सिंह मीणा के नाम पर मुहर लगाई हो, लेकिन 2017 विधानसभा चुनाव के दौरान आयोग ने ही उन्हें आईजी बरेली के पद से हटाया था। आयोग की कार्रवाई के बाद आयोग द्वारा ही उनका नाम चुना जाना चर्चा का विषय बना है।
राजस्थान के जयपुर निवासी 1996 बैच के आईपीएस विजय सिंह मीणा कानपुर के दूसरे पुलिस कमिश्नर होंगे। विजय सिंह मीणा इससे पहले लंबे समय तक वाराणसी रेंज के आईजी रह चुके हैं। पिछले वर्ष एडीजी रैंक पर प्रमोशन के बाद उन्हें वाराणसी से हटाकर लखनऊ एडीजी विजिलेंस की जिम्मेदारी दी गई थी। पुलिस कमिश्नरी के मुखिया के तौर पर उनका यह पहला अनुभव रहेगा। शुक्रवार को वह पदभार संभालेंगे। कानपुर के पुलिस कमिश्नर रहे असीम अरुण ने आठ जनवरी को वीआरएस लेकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी।
प्रदेश सरकार ने उनका वीआरएस 15 जनवरी को स्वीकार कर लिया था। इसके बाद असीम अरुण छुट्टी पर हैं। इस बीच, कानपुर पुलिस कमिश्नरी की कमान सौंपने के लिए चुनाव आयोग को एडीजी रैंक के तीन अफसरों के नाम भेजे गए थे। इनमें 15 जनवरी 1972 को जन्मे विजय सिंह मीणा के अलावा विजिलेंस में ही तैनात एडीजी एन रविंदर और भर्ती बोर्ड में तैनात आरके स्वर्णकार का नाम शामिल था। आयोग ने विजय सिंह के नाम पर मुहर लगाई, जिसके बाद शासन ने उन्हें कानपुर पुलिस कमिश्नर पद पर तैनाती दे दी है।
सक्रियता के लिए जाने जाते हैं मीणा
आईपीएस विजय सिंह मीणा को उनकी सक्रियता के लिए भी जाना जाता है। वर्ष 2018 में आईजी रेंज वाराणसी के पद पर तैनाती के दौरान आधी रात को मिर्जापुर के जिगना थाने में निरीक्षण करने पहुंच गए थे। थाना क्षेत्र में दो दिनों के भीतर मंदिर से मूर्तियां चोरी होने व हत्या जैसे मामले प्रकाश में आने के बाद उन्होंने सक्रियता दिखाई थी। इसके बाद से वारदातों में कमी आई थी। उन्होंने इलेक्ट्रिकल स्ट्रीम से बीटेक की पढ़ाई की है।
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