जम्मू के माता वैष्णो देवी भवन में शनिवार तड़के मची भगदड़ नकुड़ कोतवाली क्षेत्र के गांव साल्हापुर के दो युवकों की मौत हो गई। गुरुवार को गांव साल्हापुर के विनीत पुत्र बिरमपाल व धर्मवीर कोरी पुत्र सोरण कार से अपने चार साथियों के साथ माता वैष्णो देवी गए थे।
शनिवार तड़के माता के भवन पर मची भगदड़ में सहारनपुर के रहने वाले विनीत व धर्मवीर की भी मौत हो गई। मृतक धर्मवीर के भतीजे कनक सिंह ने बताया कि धर्मवीर गांव के ही अपने साथी विनीत, नकुड़ निवासी प्रदीप व अंबाला से दो साथियों के साथ कार से माता वैष्णो देवी की यात्रा पर गए थे।
शनिवार तड़के उन्हें वैष्णो माता भवन पर ड्यूटी में तैनात गांव के ही फौजी अनुज ने फोन कर हादसे की जानकारी दी। बताया कि विनीत, धर्मवीर व उनके साथियों को गेट नंबर तीन से दर्शन करने थे। जिसके बाद वहां अचानक मची भगदड में धर्मवीर कोरी (35) पुत्र सोरणसिंह व विनीत (30) पुत्र बिरमपाल की मौके पर ही मौत हो गई।
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मृतक धर्मवीर नकुड़ में बाइक मैकेनिक की दुकान करता था, जबकि विनीत हिमाचल के धर्मशाला स्थित बैजनाथ कंपनी में बतौर इंजीनियर तैनात था। वह कोरोना काल से घर पर ही रहकर कार्य कर रहा था। मृतक के परिजनों ने बताया कि उन्हें माता वैष्णो के दर्शन के बाद हिमाचल में घूमकर तीन जनवरी को घर लौटना था।
मृतक धर्मवीर पिछले करीब पंद्रह वर्ष से लगातार धार्मिक यात्राएं कर रहा था। परिजनों से आख़िरी बार उनकी बात गुरुवार को हुई थी जब वह चंडीगढ में थे। जैसे गांव में हादसे की जानकारी मिली पूरे गांव में मातम पसर गया।
मृतक धर्मवीर के घर में माता पिता व पत्नी के अलावा 9 व 7 वर्ष के दो पुत्र हैं, जबकि विनीत के घर केवल उसके पिता है। सूचना के बाद परिजन कटरा के लिए रवाना हो गए।
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