वीरेंद्र शर्मा, नोएडा
वेस्ट यूपी में एसपी के कद्दावर नेता रहे एमएलसी नरेंद्र भाटी बुधवार को बीजेपी में शामिल हो गए हैं। इन्हें यूपी के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव का करीबी माना जाता है और उनके खास दोस्त भी हैं। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता कि 1996 से अभी तक कोई भी चुनाव न जीतने के बाद भी मुलायम सिंह यादव ने दो बार कैबिनेट मंत्री बनाया और इस समय एमएलसी भी हैं। 2013 में खनन माफियाओं के खिलाफ नोएडा में तैनात तत्कालीन IAS अफसर दुर्गा शक्ति नागपाल को सस्पेंड कराने के बाद एक बार फिर से सुर्खियों में आए थे।
नरेंद्र भाटी के बीजेपी में शामिल होने के बाद एसपी को बड़ा झटका लगा है। लखनऊ में बीजेपी दफ्तर में उन्हें डेप्युटी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य ने पार्टी की सदस्यता दिलाई है। इस मौके पर गौतमबुद्ध नगर के कई दिग्गज नेता शामिल रहे। वेस्ट यूपी की गुर्जर बाहुल करीब 14 सीटों पर विपक्ष की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। साथ ही सम्राट मिहिर भोज पर खड़े हुए विवाद भी थम सकता है। दादरी के मिहिर भोज डिग्री कॉलेज में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा पर ‘गुर्जर’ शब्द न लिखने पर विवाद खड़ा हुआ था। जिसका गुर्जर समाज और एसपी नेताओं ने कड़ा विरोध जताया था।
नरेंद्र भाटी का कांग्रेस से हुआ सफर शुरू
नरेंद्र भाटी ने 1975 में कांग्रेस पार्टी से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था। 1980 में ब्लॉक प्रमुख चुने गए। तीन साल बाद ही लोकदल में शामिल हो गए और 1989, 1991 और 1996 में उन्होंने सिकंदराबाद विधानसभा सीट से चुनाव जीता। जिसके बाद 2006 में एसपी नरेंद्र भाटी को भूमि सुधार विभाग में अध्यक्ष पद के साथ कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया। वहीं, मार्च 2016 को एसपी ने ही उन्हें एमएलसी बनाया। इस दौरान वह यूपी स्टेट एग्रो इंडस्ट्रियल कॉरपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष भी रहे।
दुर्गा शक्ति नागपाल को सस्पेंड कराने के मामले में आए थे चर्चा में
2012 में यूपी में अखिलेश सरकार आई थी। उस दौरान खनन माफिया के खिलाफ ग्रेटर नोएडा में तैनात रहीं आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल ने कड़ी कार्रवाई की थी। उस दौरान नरेंद्र भाटी के कहने पर दुर्गा शक्ति नागपाल को सीएम अखिलेश यादव ने सस्पेंड कर दिया था। उस दौरान एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें उन्हें संस्पेंड करने का दावा किया गया था। यह मामला पूरे देश में छा गया था और सोशल मीडिया पर जमकर उछला था।
सोशल मीडिया पर भी हो रहा बवाल
2014 में बीजेपी नेता विजय पंडित की हत्या हुई थी। उस दौरान नरेंद्र भाटी पर हत्या का आरोप उनकी पत्नी वर्तमान दादरी नगरपालिका परिषद गीता पंडित ने लगाया था। जिसके बाद सोशल मीडिया पर मामला छाया हुआ है। बीजेपी समर्थक और अन्य उनका पार्टी में हजम नहीं कर पा रहे हैं।
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