दिवाली के बाद खराब हुई फिरोजाबाद की हवा अब जानलेवा हो गई है। मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 499 पर पहुंच गया। मंगलवार को फिरोजाबाद देश के सबसे प्रदूषित जिलों की सूची में नंबर एक पर पहुंच गया। वायु प्रदूषण की स्थिति बद से बदतर होते देखकर सीपीबीसी ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू करने के निर्देश जारी किए हैं। एक्शन प्लान लागू करने साथ ही वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए नामित 16 विभागों को वायु प्रदूषण के कारकों की रोकथाम के लिए त्वरित कार्यवाही के निर्देश जारी किए गए हैं। टीटीजेड में शामिल फिरोजाबाद में वायु प्रदूषण की स्थिति बद से बदतर हो गई है। यहां की हवा में पीएम-2.5, पीएम-10 के अलावा मानव स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद खतरनाक नाइट्रोजन, सोडियम और कार्बनिक तत्वों की मात्रा काफी बढ़ गई है। सीपीसीबी द्वारा नगला भाऊ पर स्थापित ऑनलाइन मॉनिटरिंग सिस्टम द्वारा शाम करीब पांच बजे जारी रिपोर्ट के मुताबिक सुहागनगरी के आसमान में पीएम-2.5 मेटल, कार्बन एवं कार्बन की मात्रा 489 माइक्रोमिलीग्राम, पीएम-10 में शुमार धूल के कण, बोरियम, सल्फेट आदि की मात्रा 465 माइक्रोमिलीग्राम तक दर्ज की गई है।
सीपीसीबी केंद्र नगला भाऊ पर प्रदर्शित स्क्रीन पर फिरोजाबाद में एयर क्वालिटी इंडेक्स यानि वायु की गुणवत्ता सूचकांक अब तक के निम्नतम स्तर 499 एक्यूआई तक पहुंच गया।
विभागों को जारी किए गए निर्देश
सुहागनगरी में वायु प्रदूषण का ग्राफ अपने निम्नतम स्तर पर पहुंचते ही राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भी एक्शन में आ गया है। टीटीजेड में में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू कर दिया गया है। इसके साथ ही राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सचिव ने लखनऊ कंट्रोल रूम निदेशक अंशिका यादव और राष्ट्रीय कम्परेंसिव एक्शन प्लान के सलाहकार आदित्य चतुर्वेदी को वायु प्रदूषण की दैनिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश जिला पर्यावरण समिति में शामिल विभागों को दिए हैं।
इन अफसरों को सघन व त्वरित कार्रवाई के निर्देश
नगर आयुक्त, एडीएम प्रशासन, जिला पंचायत राज अधिकारी, सीओ ट्रैफिक, सचिव विप्रा, एआरटीओ, जिला कृषि अधिकारी, डीडी कृषि, डीआईओएस, बीएसए, सीएमओ, आरओ पीसीबी, एक्सईन पीडब्ल्यूडी, अग्निशमन अधिकारी, एक्सईन बिजली को विभागवार एक्शन प्लान के अनुसार त्वरित कार्रवाई को कहा गया है। सभी को पर्यावरणीय नियमों की अनदेखी करने वाले लोगों और वायु प्रदूषण संबंधी नियमों का उल्लंघन करने वाली संस्थाओं व व्यक्तियों पर जुर्माना लगाने के निर्देश जारी किए हैं। सीपीसीबी की ओर से सभी संबंधित अफसरों को अन्यथा की स्थिति में सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी जारी की गई है।
शहर में सबसे प्रदूषित राजा का ताल
वायु प्रदूषण के लिहाज से सुहागनगरी के आंतरिक इलाकों और नगर निगम की सीमा से सटे नौ इलाके बेहद संवेदनशील हैं। वायु प्रदूषण के मामले में राजा का ताल पहले, कोटला चुंगी दूसरे और औद्योगिक आस्थान नगला भाऊ तीसरे स्थान पर है। वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए संवेदनशील इन इलाकों में सघन अभियान चलाने की कार्ययोजना तैयार की गई है।
संवदेनशील इलाके और वायु प्रदूषण के कारक
इलाका वायु प्रदूषण पैदा करने वाले कारक
– राजा का ताल औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाला धुआं, डस्ट, बालू एवं आग के उत्पन्न हानिकारक तत्व
– स्टेशन रोड वाहनों का अत्यधिक आवागमन और ऊबड़-खाबड़ सड़क से उड़ने वाली धूल
– कोटला चुंगी वाहनों का अत्यधिक आवागमन, खुले में कूड़ा-कचरा फेंकना व जलाना, ऊबड़-खाबड़ मार्ग
– नगला भाऊ औद्योगिक कचरा एवं इकाइयों से निकलने वाला धुआं और कचरा जलाने की समस्या
– जलेसर रोड छोटे-बडे़ वाहनों का अत्यधिक आवागमन एवं खस्ताहाल सड़क मार्ग से उड़ने वाली धूल
– रसूलपुर छोटे-बडे़ वाहनों से उत्सर्जित कार्बनिक तत्व
– रामगढ़ खुले में कूड़ा-कचरा जलाने, फेंकने और सड़क किनारे उड़ने वाली धूल, अवैध वाहन पार्किंग
– नगला बरी चौराहा औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाला धुुआं एवं अत्यधिक वाहनों का आवागमन
– आसफबाद क्रॉसिंग वाहनों का अत्यधिक आवागमन एवं वाहनों से निकलने वाला धुआं
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