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Editorial: खालिस्तानियों और कट्टरपंथियों से निपटने के लिए खाका तैयार, अब आतंकवादियों पर होगी निगरानी

24-10-2021


खालिस्तानियों और इस्लामिक कट्टरपंथियों से निपटने के लिए दिल्ली पुलिस अब नए तेवर में दिखाई देगी। पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने दिल्ली पुलिस के आतंकवाद विरोधी इकाई के अंदर एक बड़ा बदलाव किया है। दिल्ली की आतंकरोधी इकाई में फेरबदल करते हुए राकेश अस्थाना ने वैश्विक खुफिया एजेंसियों के आधार पर कई अलग ब्रांच बनाए हैं, जिससे सभी प्रकार की आतंकी गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी। यही नहीं आतंकवाद और साइबर ऑपरेशन के अलावा देश और राजधानी की सुरक्षा पर नज़र रखने वाले अलग-अलग डेस्क भी बनाए जा रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार साइबर अपराध और शहर की सार्वजनिक व्यवस्था को प्रभावित करने वाले मुद्दों के अलावा राष्ट्रीय और आर्थिक सुरक्षा के मामलों की जांच के लिए Intelligence fusion and strategic operations (IFSO) नामक इकाई बनाई गई है।

रिपोर्ट के अनुसार एक जिहादी आतंकी डेस्क का निर्माण किया जाएगा, जिसका काम पाकिस्तान, पीओके और कश्मीर स्थित आतंकी समूहों के अलावा ISIS और अल कायदा जैसे अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों पर ध्यान रखना होगा। यही नहीं एक अलग डेस्क खालिस्तानी आतंकवाद पर नज़र रखने के लिए भी बनाया जाएगा। पिछले कुछ वर्षों में जिस तरह से खालिस्तानी आतंकवाद ने जिस तरह से अपने पाँव पसारे हैं, उसके बाद ऐसा कदम उठाना अत्यंत आवश्यक था। वहीं, एक नार्को-टेरर एंड ऑर्गनाइज्ड क्राइम (NTOC) वर्टिकल में दो इकाइयाँ होंगी, जिनमें से प्रत्येक में एक DCP होगा। दो अन्य इकाइयां, काउंटर इंसर्जेंसी (CI) और ऑपरेशन एंड इंटेलिजेंस (OT), क्रमशः तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाने और कई एजेंसियों से खुफिया जानकारी को संभालने पर काम करेंगी।

वहीं, खालिस्तान डेस्क संगठित अपराध, नकली मुद्रा और हथियारों की तस्करी करने वाले गिरोहों पर भी कार्रवाई करेगा। रिपोर्ट में यह बताया गया कि Operations and Intelligence (OT) इकाई शहर की निगरानी और Special Weapons and Tactics (SWAT) टीमों जैसी चीजों को अतिरिक्त रूप से संभालेगी। दिल्ली पुलिस के इस आतंकरोधी यूनिट की special cell अब वित्तीय स्थिरता के लिए खतरा पैदा करने वाले अंतर-राज्यीय और संगठित अपराधों पर असर डालने वाले मनी लॉन्ड्रिंग सिंडिकेट के खिलाफ भी कार्रवाई करेगा।

यानी अब स्पष्ट तौर पर न सिर्फ इस्लामिक आतंकियों के खिलाफ बल्कि खालिस्तानियों तथा अंडरवर्ल्ड और विदेशों में बसे गैंगस्टरों के साथ संबंध रखने वाले संबद्ध सिंडिकेट के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू की जाएगी।