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सफाई कर्मी अरुण की मौत का मामला: अलीगढ़ रेंज के जिले में होगी हत्या के मुकदमे की विवेचना, एडीजी ने दिए आदेश

आगरा पुलिस हिरासत में सफाई कर्मी अरुण की मौत हुई। उनके भाई सोनू ने हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। इसमें पुलिसकर्मियों पर कड़ाई और बदसलूकी से पूछताछ के कारण मौत के आरोप लगाए गए। मुकदमे की विवेचना निष्पक्ष तरीके से हो, इस पर ही एडीजी राजीव कृष्ण ने अलीगढ़ रेंज के किसी जिले से विवेचना कराने के आदेश दिए हैं। अरुण की मौत के बाद परिवार के लोगों ने सीधे-सीधे पुलिस पर पिटाई के आरोप लगाए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक के शरीर पर चोट के चार निशान मिले हैं। हालांकि मौत का कारण हृदय घात से होना आया है। घरवाले निष्पक्ष जांच चाहते हैं जिससे उन्हें न्याय मिल सके। एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि हत्या के मुकदमे की विवेचना अलीगढ़ रेंज के जिले से कराई जाएगी। जिससे निष्पक्ष जांच की जा सके। एसएसपी से रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है, जिससे विवेचना जल्द ट्रांसफर कर दी जाए।

आगरा पुलिस की हिरासत में मरने वाले अरुण के शरीर पर चोट के चार निशान मिले हैं। नितंबों पर चोट के दो नीले निशान हैं। दोनों पैरों पर खरोच है। वहीं मौत का कारण हृदय घात से होना आया है। यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आया है। पुलिस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी। अरुण के शव का पोस्टमार्टम दो डॉक्टरों के पैनल ने किया था। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई। इसके बाद रिपोर्ट आई।पुलिस के मुताबिक रिपोर्ट में नितम्ब पर चोट के निशान है। यह नीले रंग के हैं। वही दोनों पैरों में खरोंच लगी है। यह कैसे लगी है, साफ नहीं हो सका है। एसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि पैरों में खरोंच और नितम्ब पर निशान हैं। यह हाल के और पुराने हो सकते हैं। किसी अन्य अंगों पर चोट नहीं है, जिससे जान चली जाए। वहीं मौत का कारण है हृदय घात से होना आया है। इस आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

मां बोली, चोरी पुलिस ने की, मार दिया मेरा लाल

पोस्टमार्टम हाउस पर अरुण की मां कमला देवी का हाल बेहाल था। वह एक ही बात कह रही थीं कि थाने में पुलिस वालों ने चोरी की। मगर, मार दिया मेरा बेटा। थाने में पुलिस थी तो वो अकेला कैसे चोरी कर सकता है? वह पुलिसवालों के नाम बताने वाला था, इसलिए उसकी जान ले ली।
पुलिस की बदसलूकी से मौत का आरोप, अज्ञात पर हत्या का मुकदमा

थाना जगदीशपुरा में मृतक अरुण के भाई सोनू ने मुकदमा दर्ज कराया है। इसमें लिखा कि मेरे भाई अरुण को थाने में चोरी के मामले में पुलिस पूछताछ करते हुए घर पर पैसे बरामदगी के लिए लाई थी। जब तलाशी व बरामदगी कर रहे थे, तभी अचानक अरुण की तबीयत खराब हो गई। हम व पुलिसवाले अस्पताल लाए थे, जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस की कड़ाई और बदसलूकी से भाई मरा है। इस पर कार्रवाई की जाए। मामले में अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया गया है।

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