Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

PM आवास के सपने में अपना आशियाना तोड़ा, पहली के 4 साल बाद भी नहीं मिली दूसरी और तीसरी किस्त… घर पूरा होने की राह देखते चल बसी लाभार्थी

ज्ञान प्रकाश चतुर्वेदी, सोनभद्र
प्रधानमंत्री ने आवास योजना के तहत हर गरीब को पक्का मकान देने का वादा किया गया। गरीबों ने भी पक्का मकान बनने की शुरुआत पर भारी खुशी जताई, लेकिन ये सपने अब गरीबों के लिए सपने ही बनते जा रहे हैं। कुछ ऐसा ही मामला सोनभद्र के चतरा ब्लॉक के रामगढ गांव से सामने आया है। यहां एक पात्र को पीएम आवास योजना (PMAY) के तहत दूसरी और तीसरी किस्त सालों से नहीं मिली है। पीड़ित महिला आवास की आस में दम तोड़ चुकी है। मृतक महिला के बेटे और नाती पिछले चार सालों से रामगढ के नवीन सब्जी मंडी में रहने को विवश हैं।

अधूरे मकान की तरह सपने भी अधूरे
पीएम आवास योजना में जिस भी गरीब परिवार का नाम आता है, उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहता है, लेकिन चतरा ब्लॉक के रामगढ गांव के मगरी पत्नी स्व. दुलारे को चार साल पहले पीएम आवास बनाने की स्वीकृति तो मिल गई, साथ ही पहली किस्त भी जारी हो गई। इसके चक्कर में हितग्राहियों ने नया घर बनाने के लिए अपना पुराना मकान भी तोड़ डाला, लेकिन अफसोस की बात ये है कि पिछले चार सालों में दूसरी और तीसरी किस्त जारी नहीं हुई। अधूरे मकान होने के कारण पीड़ित मगरी अपने लड़के और नाती के साथ रामगढ स्थित नवीन सब्जी मंडी में चार सालों से रह रही थी, लेकिन आशियाने के आस की टकटकी लगाए पांच महीने पहले मगरी की ठंड लगने से मौत हो गई।

चार वर्षों से सब्जी मंडी में रहने को विवश मजबूर हितग्राही
वहीं, स्थानीय नागरिक रामजग का कहना है कि मगरी पत्नी स्व: दुलारे निवासी रामगढ़ का आवास चार सालों से अधूरा पड़ा है। मगरी अपने बेटे और नाती के साथ पिछले चार सालों से रामगढ़ के नवीन सब्जी मंडी में रह रही थीं, लेकिन इस बार की ठंड के समय मगरी की मौत हो गई। राजेन्द्र अपने दोनों पुत्रों के साथ आज भी सब्जी मंडी में रहने को विवश है।

Gorakhpur news: रेलवे स्टेशन पर ट्रेन छोड़कर नेपाल घूमने चला गया गार्ड, पत्नी पहुंची थाने तो खुली पति की पोल
वहीं, जब इस मामले में चतरा खंड विकास अधिकारी शुभम बरनवाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामला हमारे संज्ञान में आया है। जांच करवाने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।