प्रदेश में स्टाफ नर्स के रिक्त पड़े 3012 पदों पर भर्ती के लिए एक लाख से अधिक आवेदन आए हैं। हालांकि इनमें साढ़े तीन हजार से अधिक अभ्यर्थियों के आवेदन त्रुटिपूर्ण पाए गए हैं, जिन्हें 11 सितंबर तक अपने आवेदन में संशोधन का मौका दिया गया है। फिलहाल एक पद के लिए मैदान में अब 34 दावेदार हैं। आयोग के कैलेंडर में स्टॉफ पर्स की परीक्षा तीन अक्तूबर को प्रस्तावित है।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने 16 जुलाई को स्टाफ नर्स/सिस्टर ग्रेड-2 (पुरुष/महिला) परीक्षा-2021 का विज्ञापन जारी किया था और उसी दिन से ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। बीच में आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाई गई और तीन सितंबर तक आवेदन लिए गए। स्टाफ नर्स के 3012 पदों के लिए कुल 102041 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। इनमें से 3731 अभ्यर्थियों के आवेदन त्रुटिपूर्ण पाए गए हैं। किसी की फोटो पर हस्ताक्षर नहीं है किसी ने फोटो निर्धारित आकार में अपलोड नहीं की है। हालांकि आयोग ने अभ्यर्थियों को 11 सितंबर तक आवेदन में त्रुटि सुधार का मौका दिया है।
कोविड काल में हजारों की संख्या में स्टाफ नर्स की भर्ती को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उत्तर प्रदेश चिकित्सा एवं प्रशिक्षण विभाग, उत्तर प्रदेश चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं और किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के तहत स्टाफ नर्स/सिस्टर ग्रेड-2 (पुरुष) के 341 पदों और स्टाफ नर्स/सिस्टर ग्रेड-2 (महिला) के 2671 पदों पर भर्ती होनी है। समूह ‘ख’ के इन अराजपत्रित पदों की संख्या परिस्थितियों एवं आवश्यकता के अनुसार घटाई या बढ़ाई जा सकती है।
अभ्यर्थियों से मांगे गए परंपरागत आवेदन
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने सार्वजनिक उद्यम ब्यूरो के अंतर्गत संयुक्त निदेशक (सामान्य चयन) के एक पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे। आयोग ने निर्धारित कटऑफ के तहत अर्ह पाए गए 19 अभ्यर्थियों से अब ऑफलाइन शैक्षिक अभिलेखों सहित परंपरागत आवेदन पत्र मांगे हैं। इसकी विस्तृत जानकारी आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
42 सौ ग्रेड-पे की सभी परीक्षाएं कराए आयोग
अभ्यर्थियों ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में ज्ञापन देकर मांग की है कि 4200 ग्रेड-पे की सभी भर्तियां आयोग कराए। अभ्यर्थियों का कहना है कि सहायक सांख्यिकी अधिकारी, लोअर सबऑर्डिनेट, जेई आदि की 4200 ग्रेड-पे की भर्तियां अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की जगह पूर्व की भांति उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से कराई जाए। अभ्यर्थियों की यह मांग भी है कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग इन भर्तियों का विज्ञापन शीघ्र जारी करे। अभ्यर्थियों का आरोप है कि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को 4200 ग्रेड-पे की भर्तियों की जिम्मेदारी दिए जाने से परीक्षाओं में विलंब हो रहा है और इससे अभ्यर्थियों नुकसान हो रहा है। परीक्षाओं के इंतजार में अभ्यर्थी ओवरएज हुए जा रहे हें और उनके लिए चयन के अवसर घटते जा रहे हैं।
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