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वाराणसी में प्रबुद्ध सम्मेलन: सीएम योगी बोले- पिछली सरकारों के संकीर्ण एजेंडे ने भारतीयता को किया हतोत्साहित

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को वाराणसी में प्रबुद्ध सम्मेलन का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के संकीर्ण एजेंडे ने भारतीयता को हतोत्साहित किया था। मगर, प्रयागराज कुंभ के एतिहासिक, सांस्कृतिक व आध्यात्मिक आयोजन और काशी में प्रवासी भारतीय दिवस ने भारतीय संस्कृति की आत्मा तक पहुंचने की होड़ मचा दी।

उन्होंने कोरोना काल की चुनौतियों का भी जिक्र किया और प्रबुद्धजनों से अपील की कि संसाधन विहीन छात्रों तक शिक्षा का मार्ग प्रशस्त करने की राह तलाशें। इस चुनौती में पूरा देश काशी के प्रबुद्ध समाज की ओर देख रहा है।

कमच्छा स्थित बीएचयू के शिक्षा संकाय के चाणक्य सभागार में कैंट विधानसभा के प्रबुद्ध सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार की उपलब्धियों के बीच विपक्ष पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने वर्ष 1916 में महात्मा गांधी की काशी यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय बापू ने काशी विश्वनाथ में व्याप्त गंदगी और अव्यवस्था पर तंज कसते हुए कहा था कि यहां कैसे हिंदू रहते हैं।

महात्मा गांधी के नाम पर सत्ता हासिल करने वालों की लंबी सूची है, मगर उनके विजन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही भव्य काशी विश्वनाथ का सपना साकार किया। उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ की तरह मां विंध्यवासिनी का भी भव्य मंदिर निर्माण कराया जा रहा है। अयोध्या और ब्रज में भी काशी के विजन को लागू किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका पर चिंता जाहिर करते हुए प्रबुद्धजनों से गांव-गांव में ओपन स्कूल की परिकल्पना को साकार करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मार्च 2020 से शिक्षण संस्थान बंद हैं, पिछली बार स्कूल खोलने की तैयारी के बीच दूसरी लहर ने दस्तक दी। अब स्कूल खुले हैं तो कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है।

सुविधा संपन्न लोग डिजिटल माध्यम से शिक्षा से जुड़े हैं, मगर प्रदेश का बहुत बड़ा तबका ऐसा है, जो संसाधन के अभाव में शिक्षा से दूर हो गया है। कोरोना महामारी अगर लंबे समय तक रहती है, तो हमें अभी से वैकल्पिक शिक्षा व्यवस्था पर मंथन करना चाहिए।