पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद मेनका गांधी सोमवार को दूसरे दिन अपने संसदीय क्षेत्र में थीं। लंभुआ ब्लॉक में नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों से भेंट कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि मेरे पास सुबह जितने लोग अपनी समस्या लेकर आते हैं, मैने उनसे कभी नहीं पूछा कि आपने मुझे वोट दिया था या मुझे वोट देंगे। आधे लोगों ने मुझे मेरी जाति देखकर वोट नहीं दिया, मुझे पता है। मैं सिर्फ सबकी समस्या देखती हूं और उनका काम करती हूं।
एक शिक्षक की तरह नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों को समझाते हुए मेनका गांधी ने कहा कि आप लोगों को आधे गांव ने वोट दिया जबकि आधे ने नहीं दिया। जिन्होंने आपको वोट दिया वो तो आपके हैं ही, मगर जिन्होंने आपको वोट नहीं दिया, आप उनके साथ दुश्मनी करोगे, मारपीट और गाली-गलौज करोगे तो आप जिंदगी में कभी सुखी नहीं रहोगे। उन्होंने प्रधानों से कहा कि पैसा हाथ का मैल होता है। आता है और जाता है। मैंने कभी रिश्वत लिया नहीं और मैं संसद में सबसे लंबे समय से जीतकर जा रही हूं।
‘
More Stories
Kanpur: रैगिंग का काला चेहरा: HBTU में बीटेक छात्रों के साथ हिंसक बर्ताव, आठ सीनियर्स पर गंभीर आरोप
Agra: शादी के अगले दिन दुल्हन विधवा, हृदयविदारक हादसे ने छीन ली खुशियाँ
Barabanki के हत्याकांड का खुलासा: चाची-भतीजे के रिश्ते का काला सच और हत्या की खौफनाक साजिश