वसीम अहमद, बस्ती
मनरेगा योजना भ्रष्टाचारियों के लिए लूट का खजाना बन गया है। हालत यह है कि ग्राम प्रधान और ब्लॉक के कर्मचारियों की मिलीभगत से जॉब कार्ड पर अपने चहेतों का खाता संख्या फीड कर दिया जा रहा है। नाम किसी और का भुगतान किसी और के खाते में जा रहा है। फर्जी तरीके से मनरेगा के नाम पर लाखों का घोटाला करने का मामला कुदरहा ब्लॉक में सामने आया है। यहां फर्जी जॉब कार्ड बनाकर मनरेगा का धन निकालने का खेल किया जा रहा है।
जॉब कार्ड धारकों को पता ही नहीं इतना ही नहीं जॉब कार्ड धारकों को पता ही नहीं और उनके नाम से हजारों का भुगतान हो गया। भ्रष्टाचार के इस खेल में ब्लॉक के जिम्मेदारों की मौन सहमति है। यही वजह है कि ग्रामीणों कि शिकायतों के बाद भी मामले की जांच नहीं हो पा रही है। कुदरहा ब्लाक के कड़सरी मिश्र ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत 50 से अधिक फर्जी जॉब कार्ड बनाकर व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आने के बाद भी जिम्मेदार चुप्पी साधे हुए हैं।
जो गांव में ही नहीं उनके नाम जॉब कार्डआश्चर्य की बात तो यह है कि गांव में जो व्यक्ति है ही नहीं उसके भी नाम जॉब कार्ड बनाकर पैसा निकाल लिया गया है। इतना ही नहीं कई कार्ड धारक को पता ही नहीं और उनके नाम पर हजारों रुपये का भुगतान हो गया है। ग्राम पंचायत के तिघरा निवासी मनीराम यादव ने बताया कि उनके नाम जॉब कार्ड बना है, जबकि उनकी पत्नी राजमती ब्लॉक में आशा बहू हैं। पत्नी के नाम वित्तीय वर्ष 2019-20 में 10192 रुपये निकाल लिए गए हैं। उसकी माता सोना पत्नी बासुदेव, भाभी सुनीता पत्नी बलिराम के नाम पर भी इतने ही रुपये निकाले गए हैं। कड़सरी गांव के लवकुश यादव ने बताया कि वर्ष 2019-20 में पत्नी उर्मिला के नाम 9828 रुपया, भाभी शशिकला पत्नी रामू के नाम से 10010 रुपये की निकासी की गई है।
जिनके नाम निकला धन वे कभी मनरेगा में मजदूरी करने ही नहीं गएइन सभी का कहना है कि न तो उनके खाते में एक रुपया आया और न ही हम लोग मनरेगा में कभी मजदूरी करने गए हैं। इतना ही नहीं एमडीएम संचालन के दौरान विद्यालय में कार्यरत रसोइया गब्बूलाल और गीता को मनरेगा मजदूर बनाकर भ्रष्टाचार का खेल पूर्व ग्राम प्रधान की ओर से किया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि पूजा उमेश, लखपता कोदई, अनीता लालजी, सुनीता प्रमोद आदि के नाम फर्जी जॉब कार्ड बनाकर मनरेगा में भ्रष्टाचार किया गया है, जबकि यह लोग गांव में है ही नहीं, ब्लॉक और जिला पर शिकायत करने के बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
टीम गठित कर कराई जाएगी मामले की जांचबीडीओ कुदरहा संजय कुमार नायक से इस सम्बन्ध में बात की गई तो उन्होंने बताया कि मनरेगा में भ्रष्टाचार संबंधी शिकायती पत्र मिला है। टीम गठित कर इसकी जांच कराई जाएगी। वहीं, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेश कुमार प्रजापति ने बताया कि शिकायत को संज्ञान में लेते हुए मामले की जांच कराकर जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन पर विधिक और विभागीय कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी इस तरह से शासकीय धन की लूट नहीं करने दी जाएगी।
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