अगर आज की सरकार हमारी मांगों को पूरा करने को तैयार नहीं है, तो मैं इस मोबाइल टावर पर चढ़ जाऊं तो मैं क्या करूंगा? मैं योग्य हूं लेकिन बेरोजगार हूं, जिससे पता चलता है कि सरकार की नीतियों में कुछ तो मौलिक रूप से गलत है। यह बात ईटीटी-टीईटी पास बेरोजगार शिक्षक सुरिंदर पाल ने कही, जिनका यहां एक मोबाइल टावर के ऊपर विरोध प्रदर्शन आज चार महीने पूरे हो गया।
टीएनएस से फोन पर बात करते हुए सुरिंदर ने कहा कि वह तब तक नीचे नहीं आएंगे जब तक कि सरकार ईटीटी शिक्षकों की नई भर्ती पर अधिसूचना जारी नहीं करती।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कभी-कभी उन्हें टावर के ऊपर थोड़ा डर लगता था। सुरिंदर ने कहा, “उस दिन तूफान आया और मुझे बताया गया कि पुराने पेड़ उखड़ गए हैं। हवा तेज गति से चल रही थी और मैं थोड़ा डरा हुआ था। मैं यहां एक कारण के लिए हूं, जो मुझे ताकत देता है।”
उन्होंने कहा कि उनके पिता ने कहा था कि अपराधी कितना भी मजबूत क्यों न हो, उसे हमेशा समाज में गलत के खिलाफ लड़ना चाहिए। “यदि आप समाज में गलत का विरोध नहीं करते हैं, तो मुझे लगता है कि हम गलत करने वाले का पक्ष ले रहे हैं।”
अपने विरोध के भविष्य के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “मैं दिन गिन नहीं रहा हूं। विरोध जारी रहेगा, हालांकि सरकार असंवेदनशील लगती है। ”
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