वाराणसी स्थित बीएचयू में दुग्ध विज्ञान एवं खाद्य प्रौद्योगिकी विभाग में डेयरी प्रौद्योगिकी और खाद्य प्रौद्योगिकी में बीटेक कोर्स की शुरूआत की जा रही है। चार वर्षीय इस कोर्स में इसी सत्र 2021-22 से दाखिले की प्रक्रिया शुरू होगी। 30-30 सीट पर होने वाला दाखिला प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होगा।बीएचयू कृषि विज्ञान संस्थान के तहत चलाए जाने वाले विभाग में डेयरी उद्योग की ओर से रोजगारपरक कदम बढ़ाने की दिशा में पेड़ा, आइसक्रीम सहित अन्य सामान भी बनाए जाते हैं। अब इन नए कोर्स के शुरू होने से अधिक से अधिक छात्रों को व्यावसायिक कोर्स से जुड़ने का मौका मिलेगा। विभागाध्यक्ष प्रो. डीसी राय ने बताया कि दोनों अभिनव एवं व्यावसायिक कोर्स, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की ओर से संस्तुत पाठयक्रम और दिशा निर्देशाें के अनुसार ही संचालित किए जाएंगे, जिससे कि विद्यार्थियों को उनकी डिग्री की उचित मान्यता प्राप्त हो और आगे की कक्षाओं में आसानी से प्रवेश मिल सके।
प्रो. राय ने बताया कि बीएचयू कृषि विज्ञान संस्थान को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा भी परिषद की ओर से दिया गया है। नए पाठ्यक्रमों के शुरू होने से संस्थान की गरिमा और रैकिंग भी बढ़ेगी।
विभागाध्यक्ष प्रो. डीसी राय ने बताया कि देश में डेयरी एवं खाद्य उद्योग लगभग 20 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। इन दोनों क्षेत्रों में कुशल स्नातकों की काफी मांग है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर विभाग ने दोनों विषयों में बीटेक कोर्स शुरू करने का विचार किया। इसकी प्रक्रिया भी दिसंबर में शुरू हुई थी। विभाग की बोर्ड ऑफ स्ट्डीज कमेटी ने 23 दिसंबर 2020 को इस प्रस्ताव को स्वीकृत किया। इसके बाद संकाय स्तर की कमेटी ने 15 जनवरी को अपनी स्वीकृति दे दी। अब 21 जून को कुलपति ने भी दोनों पाठ्यक्रमों को 2021-22 से शुरू करने की स्वीकृति दी है।
वाराणसी स्थित बीएचयू में दुग्ध विज्ञान एवं खाद्य प्रौद्योगिकी विभाग में डेयरी प्रौद्योगिकी और खाद्य प्रौद्योगिकी में बीटेक कोर्स की शुरूआत की जा रही है। चार वर्षीय इस कोर्स में इसी सत्र 2021-22 से दाखिले की प्रक्रिया शुरू होगी। 30-30 सीट पर होने वाला दाखिला प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होगा।
बीएचयू कृषि विज्ञान संस्थान के तहत चलाए जाने वाले विभाग में डेयरी उद्योग की ओर से रोजगारपरक कदम बढ़ाने की दिशा में पेड़ा, आइसक्रीम सहित अन्य सामान भी बनाए जाते हैं। अब इन नए कोर्स के शुरू होने से अधिक से अधिक छात्रों को व्यावसायिक कोर्स से जुड़ने का मौका मिलेगा। विभागाध्यक्ष प्रो. डीसी राय ने बताया कि दोनों अभिनव एवं व्यावसायिक कोर्स, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की ओर से संस्तुत पाठयक्रम और दिशा निर्देशाें के अनुसार ही संचालित किए जाएंगे, जिससे कि विद्यार्थियों को उनकी डिग्री की उचित मान्यता प्राप्त हो और आगे की कक्षाओं में आसानी से प्रवेश मिल सके। प्रो. राय ने बताया कि बीएचयू कृषि विज्ञान संस्थान को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा भी परिषद की ओर से दिया गया है। नए पाठ्यक्रमों के शुरू होने से संस्थान की गरिमा और रैकिंग भी बढ़ेगी।
पिछले साल दिसंबर में शुरू हुई प्रक्रिया
विभागाध्यक्ष प्रो. डीसी राय ने बताया कि देश में डेयरी एवं खाद्य उद्योग लगभग 20 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। इन दोनों क्षेत्रों में कुशल स्नातकों की काफी मांग है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर विभाग ने दोनों विषयों में बीटेक कोर्स शुरू करने का विचार किया। इसकी प्रक्रिया भी दिसंबर में शुरू हुई थी। विभाग की बोर्ड ऑफ स्ट्डीज कमेटी ने 23 दिसंबर 2020 को इस प्रस्ताव को स्वीकृत किया। इसके बाद संकाय स्तर की कमेटी ने 15 जनवरी को अपनी स्वीकृति दे दी। अब 21 जून को कुलपति ने भी दोनों पाठ्यक्रमों को 2021-22 से शुरू करने की स्वीकृति दी है।
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