उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह ने आज प्रातः अपने सरकारी आवास 5 ए माॅल एवेन्यू में 7वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर कोरोना प्रोटोकाल का अनुपालन करते हुए योगाभ्यास किया।
इस अवसर पर उद्गार व्यक्त करते हुए डाॅ0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि योग भारत की प्राचीन विधा है। यह हमारे ऋषियों एवं मुनियों द्वारा सौंपी गयी बहुमूल्य धरोहर है। योग करने से व्यक्ति निरोग रहता है। इसलिए प्रत्येक मानव को अपनी दिनचर्या में से कुछ समय निकालकर योगाभ्यास जरूर करना चाहिए। इससे व्यक्ति में सकारात्मक ऊर्जा, संयम, आत्मबल, अनुशासन एवं प्रकृति से जुड़ने का अवसर प्राप्त होता है। वास्तव में योग जीवन का विज्ञान है।
जलशक्ति मंत्री ने यह भी कहा कि प्राकृतिक असंतुलन से पूरी दुनिया में तमाम दैवी आपदाएं उत्पन्न हो रही हैं। योगाभ्यास ही एक ऐसा वरदान है जो मानव को स्वस्थ जीवन प्रदान कर समाजसेवा के लिए अधिकतम क्षमता को सृजित करने में सहायक होता है। उन्होंने यह भी कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी ने वर्ष 2015 में योग को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किया।
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