यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम जारी करने से पहले माध्यमिक शिक्षा परिषद हर एक पहलू पर गंभीरता से विचार कर रहा है। छात्रों, प्रधानाचार्यों, अभिभावकों से फीडबैक लेने के बाद अब परीक्षा फार्मों में विद्यार्थियों के नाम में गड़बड़ी सुधारने का मौका दिया गया है।इसके लिए 14 और 15 जून को परिषद की ओर से पोर्टल खोला जाएगा, जिसके माध्यम से प्रधानाचार्य नाम में गड़बड़ी को सही कर सकेंगे। परिषद की इस पहल से परिणाम से पहले वर्तनी संबंधी समस्या को दूर कराया जा सकेगा। जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. विजय प्रकाश सिंह ने बताया कि सभी प्रधानाचार्य को इसके लिए निर्देशित किया जा चुका है।इसमें विद्यालय में मौजूद अभिलेखों के आधार पर ही छात्र और उनके माता-पिता के नाम की वर्तनी लिखी जाएगी। गौरतलब है कि इस बार वाराणसी जिले में हाईस्कूल में 52,873 जबकि इंटर में 51,873 परीक्षार्थी हैं। इस तरह प्रदेश के कुल 56 लाख से अधिक विद्यार्थी इससे लाभान्वित होंगे। सीबीएसई बोर्ड की तर्ज पर यूपी बोर्ड ने भी छात्रों को बड़ी राहत दी है।
यूपी बोर्ड में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के छात्रों को प्रमोट करने का फैसला तो ले लिया गया है, लेकिन अब तक स्पष्ट गाइडलाइन नहीं आई है। जिससे कि विद्यालयों में आगे की प्रक्रिया शुरू कराई जा सके। इंटर के परिणाम को लेकर ज्यादा संवेदनशीलता बरती जा रही है। दरअसल, इसी परिणाम के आधार पर छात्रों को स्नातक प्रथम वर्ष या फिर अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में दाखिले का प्रयास करना है।नियमानुसार माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से मार्कशीट तैयार कराने में भी कम से कम दस से 15 दिन का समय लगता है। ऐसे में माना जा रहा है कि अगर इस महीने 15 तारीख तक भी गाइडलाइन आती है तो भी मार्कशीट तैयार होने में यह महीना बीत जाएगा। वहीं, प्रवेश में भी देरी की संभावना जताई जा रही है। उधर, बृहस्पतिवार दोपहर तक परिणाम को लेकर अभिभावकों ने अपना फीडबैक दिया है।
जिले में कक्षा 6 से 11 तक के छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट करने की प्रक्रिया जल्द शुरू हो सकती है। 29 मई को ही फैसला होने के बाद शासन ने जो आदेश जारी किया था, उसकी कॉपी जिला विद्यालय निरीक्षक ने सभी प्रधानाचार्यों को भेज दी है।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम जारी करने से पहले माध्यमिक शिक्षा परिषद हर एक पहलू पर गंभीरता से विचार कर रहा है। छात्रों, प्रधानाचार्यों, अभिभावकों से फीडबैक लेने के बाद अब परीक्षा फार्मों में विद्यार्थियों के नाम में गड़बड़ी सुधारने का मौका दिया गया है।
इसके लिए 14 और 15 जून को परिषद की ओर से पोर्टल खोला जाएगा, जिसके माध्यम से प्रधानाचार्य नाम में गड़बड़ी को सही कर सकेंगे। परिषद की इस पहल से परिणाम से पहले वर्तनी संबंधी समस्या को दूर कराया जा सकेगा। जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. विजय प्रकाश सिंह ने बताया कि सभी प्रधानाचार्य को इसके लिए निर्देशित किया जा चुका है।
इसमें विद्यालय में मौजूद अभिलेखों के आधार पर ही छात्र और उनके माता-पिता के नाम की वर्तनी लिखी जाएगी। गौरतलब है कि इस बार वाराणसी जिले में हाईस्कूल में 52,873 जबकि इंटर में 51,873 परीक्षार्थी हैं। इस तरह प्रदेश के कुल 56 लाख से अधिक विद्यार्थी इससे लाभान्वित होंगे। सीबीएसई बोर्ड की तर्ज पर यूपी बोर्ड ने भी छात्रों को बड़ी राहत दी है।
यूपी बोर्ड में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के छात्रों को प्रमोट करने का फैसला तो ले लिया गया है, लेकिन अब तक स्पष्ट गाइडलाइन नहीं आई है। जिससे कि विद्यालयों में आगे की प्रक्रिया शुरू कराई जा सके। इंटर के परिणाम को लेकर ज्यादा संवेदनशीलता बरती जा रही है। दरअसल, इसी परिणाम के आधार पर छात्रों को स्नातक प्रथम वर्ष या फिर अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में दाखिले का प्रयास करना है।नियमानुसार माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से मार्कशीट तैयार कराने में भी कम से कम दस से 15 दिन का समय लगता है। ऐसे में माना जा रहा है कि अगर इस महीने 15 तारीख तक भी गाइडलाइन आती है तो भी मार्कशीट तैयार होने में यह महीना बीत जाएगा। वहीं, प्रवेश में भी देरी की संभावना जताई जा रही है।
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