पूर्व आईएएस और एमएलसी एके शर्मा ने अपने गृह क्षेत्र के सीएचसी रानीपुर को गोद लिया है। एमएलसी ने सीएमओ डॉ. एससी सिंह को पत्र जारी कर इस बात की जानकारी दी। साथ ही, उन्होंने सीएचसी पर कोविड से बचाव के लिए जरूरी संसाधनों की पहली खेप भी भेजी है। इसकी जानकारी होने पर क्षेत्रवासियों में अस्पताल पर सुविधाएं बढ़ने की उम्मीद जगी है।जिला मुख्यालय से करीब 25 किमी दूरी पर चिरैयाकोट मार्ग पर मौजूद सीएचसी रानीपुर के भरोसे क्षेत्र के 87 गांवों की करीब एक लाख से अधिक आबादी आती है। यह क्षेत्र लिंक मार्ग पर है, ऐसे में इस क्षेत्र के लोगों को उपचार में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
87 गांवों की जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए इस सीएचसी पर स्वीकृत डाक्टरों के पद के मुकाबले वर्तमान में एक प्रभारी सहित पांच मेडिकल अफसर की तैनाती है, जबकि यहां सर्जन, फिजिशियन के साथ स्त्री रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ की आवश्यकता है। सीएचसी में 30 मरीजों को भर्ती करने की सुविधा है। मंगलवार को एमएलसी एके शर्मा का पत्र मिलने और सीएचसी को गोद लिए जाने की सूचना से क्षेत्रवासियों में खुशी है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एससी सिंह ने बताया कि कोविड महामारी के दौरान चुनौतियां बढ़ी हैं।मरीजों का तत्काल इलाज हो सके, इसको ध्यान में रखते हुए एमएलसी एके शर्मा ने रानीपुर सीएचसी को गोद लिया है। सीएचसी पर आॅक्सीजन कंसंट्रेटर और आवश्यक दवाओं व जरूरी उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। सीएचसी को गोद लेने के बाद वहां की सभी गतिविधियों की वह स्वयं निगरानी करेंगे।
पूर्व आईएएस और एमएलसी एके शर्मा ने अपने गृह क्षेत्र के सीएचसी रानीपुर को गोद लिया है। एमएलसी ने सीएमओ डॉ. एससी सिंह को पत्र जारी कर इस बात की जानकारी दी। साथ ही, उन्होंने सीएचसी पर कोविड से बचाव के लिए जरूरी संसाधनों की पहली खेप भी भेजी है। इसकी जानकारी होने पर क्षेत्रवासियों में अस्पताल पर सुविधाएं बढ़ने की उम्मीद जगी है।
जिला मुख्यालय से करीब 25 किमी दूरी पर चिरैयाकोट मार्ग पर मौजूद सीएचसी रानीपुर के भरोसे क्षेत्र के 87 गांवों की करीब एक लाख से अधिक आबादी आती है। यह क्षेत्र लिंक मार्ग पर है, ऐसे में इस क्षेत्र के लोगों को उपचार में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
87 गांवों की जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए इस सीएचसी पर स्वीकृत डाक्टरों के पद के मुकाबले वर्तमान में एक प्रभारी सहित पांच मेडिकल अफसर की तैनाती है, जबकि यहां सर्जन, फिजिशियन के साथ स्त्री रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ की आवश्यकता है। सीएचसी में 30 मरीजों को भर्ती करने की सुविधा है। मंगलवार को एमएलसी एके शर्मा का पत्र मिलने और सीएचसी को गोद लिए जाने की सूचना से क्षेत्रवासियों में खुशी है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एससी सिंह ने बताया कि कोविड महामारी के दौरान चुनौतियां बढ़ी हैं।मरीजों का तत्काल इलाज हो सके, इसको ध्यान में रखते हुए एमएलसी एके शर्मा ने रानीपुर सीएचसी को गोद लिया है। सीएचसी पर आॅक्सीजन कंसंट्रेटर और आवश्यक दवाओं व जरूरी उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। सीएचसी को गोद लेने के बाद वहां की सभी गतिविधियों की वह स्वयं निगरानी करेंगे।
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