गाजियाबादकोरोना काल में आखिरकार गाजियाबाद नगर निगम ने लोगों के ऊपर 15 प्रतिशत हाउस टैक्स वृद्धि का बोझ डाल ही दिया। जबकि 2 दिन पहले ही मेयर ने कहा था कि कोरोना संक्रमण के चलते फिलहाल हाउस टैक्स में वृद्धि का फैसला टाला जाता है। इस घोषणा के करीब 48 घंटे बाद ही नगर निगम प्रशासन ने 15 प्रतिशत की वृद्धि कर दी। हालांकि टैक्स जमा करने पर छूट का दायरा बढ़ा दिया है।वहीं कोरोना के कारण अपनों को खोने वाले परिवारों को चालू वित्त वर्ष का पूरा हाउस टैक्स माफ करने का निगम ने फैसला लिया है। नए हिसाब से हाउस टैक्स के बिलों का वितरण इसी महीने से होगा। मेयर आशा शर्मा का कहना है कि यह निर्णय 2015 में बोर्ड बैठक के फैसले के अनुसार लिया गया है। जिससे धनाभाव में विकास प्रभावित ना हो सके।टैक्स जमा करने पर छूट का दायरा बढ़ानगर निगम में 15 फीसदी हाउस टैक्स में वृद्धि के साथ ही नए सिरे से जो राहत दी है उसके अनुसार नगर निगम पहले अगस्त तक हाउस टैक्स जमा करने के लिए 20 प्रतिशत छूट देता था, अक्टूबर तक पर 15 प्रतिशत, दिसंबर तक पर 10 प्रतिशत और जनवरी और फरवरी के 2 महीने में हाउस टैक्स जमा करने पर 5 प्रतिशत टैक्स में छूट मिलती थी। अब नई घोषणा के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में 31 अक्टूबर तक हाउस टैक्स जमा करने वाले लोगों को 20 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। इसी प्रकार दिसंबर तक 15 और फरवरी तक हाउस टैक्स जमा करने वालों को 10 प्रतिशत की छूट मिलेगी।जानिए, टैक्स में क्या किया बदलावनिगम ने वर्तमान में 15 प्रतिशत हाउस टैक्स में इजाफा करना जरूरी बताया। मेयर ने दावा किया है कि 2015 में नगर निगम बोर्ड से ही इस संबंध में एक प्रस्ताव पास किया गया था। इसमें कहा गया था कि प्रतिवर्ष हाउस टैक्स में 5 प्रतिशत का इजाफा किया जाए। बोर्ड से पास हुए प्रस्ताव के आधार पर ही हाउस टैक्स में वृद्धि का फैसला लिया गया है। डीएम की ओर से घोषित सर्कल रेट के हिसाब से हाउस टैक्स वृद्धि का भी प्रस्ताव है। इस संबंध में नगर निगम प्रशासन आपत्ति और सुझाव मांग चुका है। उस पर सुनवाई की जाएगी और पूरा मामला नगर निगम बोर्ड की बैठक में रखा जाएगा। उनका कहना है कि गाजियाबाद में हाउस टैक्स दूसरे महानगरों के मुकाबले काफी कम है। गाजियाबाद में अधिकतम हाउस टैक्स एक रुपये 90 पैसे प्रति वर्ग फुट और न्यूनतम 38 पैसे प्रति वर्ग फुट है। जबकि मुरादाबाद में तीन रुपये 71 पैसे, कानपुर में दो रुपये 85 पैसे, प्रयागराज में दो रुपये 75 पैसे, लखनऊ में दो रुपये 60 पैसे और बरेली में दो रुपये 20 पैसे, सहारनपुर और गोरखपुर में भी दो रुपये प्रति वर्ग फुट के हिसाब से हाउस टैक्स है।किसने क्या कहा?हाउस टैक्स में 15 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। साथ ही संकट के इस दौर में नगर निगम ने टैक्स में छूट का दायरा भी बढ़ाया है, जो जनहित में लिया गया एक बड़ा फैसला है। इसके अलावा जिन परिवारों ने अपनों को खोया है उन्हें भी निगम टैक्स में राहत दे रहा है। ऐसे में लोगों को टैक्स बढ़ाने की अफवाह से बचना चाहिए। – महेंद्र सिंह तंवर, नगर आयुक्तहाउस टैक्स में संकट के दौरान वृद्धि करना सही नहीं है। उद्योग व्यापार मंडल जल्दी ही अपनी बैठक बुलाकर आंदोलन की रणनीति बनाएगा। – अशोक चावला, महामंत्री, उद्योग व्यापार मंडलहाउस टैक्स में वृद्धि अवैध रूप से की गई है, इसके खिलाफ वह कोर्ट जाएंगे। शहर के लोगों पर इस प्रकार से आर्थिक बोझ नहीं होना चाहिए। – हिमांशु मित्तल, बीजेपी पार्षदबीजेपी जब-जब सत्ता में आती है तब तब आम लोगों को बर्बाद करने का काम करती है। जब पूरा देश कोरोना से लड़ रहा है। लोगों ने अपनों को खो दिया और आर्थिक रूप से लोगों की कमर टूट चुकी है। ना नौकरी बची ना कारोबार, ऐसे में बीजेपी सरकार आम लोगों को परेशान करने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है। हाउस टैक्स बढ़ाकर लोगों की पीठ में चाकू मारने का काम किया है। जिस जनता ने उन्हें निगम से लेकर प्रदेश और देश में सरकार दी उसका दर्द बीजेपी को नहीं हैं। – बिजेंद्र यादव, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस
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