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अपनी पसंद का प्रधान चुनना युवक को पड़ा महंगा, पंचायत ने परिवार सहित गांव से बेदखल करने का सुनाया फैसला

मिर्जापुरयूपी के मिर्जापुर जिले में बिरादरी को वोट न देकर पसंद के उम्मीदवार चुनने के मामले में एक व्यक्ति और उसके परिवार को पंचायत ने 7 साल के लिए गांव से निकालने का फरमान सुनाया है। यही नहीं समाज से उसका हुक्का पानी भी बंद करने का निर्णय लिया गया। पंचायत में समाज के सैकड़ों लोग इकट्ठा हुए थे।29 अप्रैल को हुई थी पंचायतइस बात की जानकारी प्रकाश में तब आई, जब एक स्थानीय पत्रकार ने पुलिस को ट्वीट कर मामले की जानकारी दी। पुलिस ने ट्वीट को संज्ञान में लेकर इलाकाई थाना को जांच कर रिपोर्ट देने के लिए निर्देशित किया है।वोट न देने पर सुनाया गांव से निकालने का फरमानजानकारी के मुताबिक, चुनार तहसील के खानपुर गांव में 29 अप्रैल की रात में एक पंचायत बुलाई गई थी। पंचायत में सामूहिक रूप से फैसला लेकर एक व्यक्ति और उसके परिवार को 7 वर्ष के लिए गांव से बेदखल और हुक्का पानी बंद करने का फरमान सुनाया गया।

साथ ही एक कागज पर फैसला लिखते हुए मौके पर उपस्थित सभी लोगों के दस्तखत भी करवाए गए। पुलिस करा रही है मामले की जांचइस मामले को लेकर 30 मई को स्थानीय पत्रकार ने मामले का हवाला देते हुए डीआईजी रेंज विंध्याचल को ट्वीट किया था। इस पर मिर्जापुर पुलिस ने चुनार थाना प्रभारी को जांच करने के लिए निर्देशित किया था।थाना प्रभारी ने बताया कि पंचायत चुनाव है विवाद की जड़चुनार थाना प्रभारी ने बताया कि गांव के दो पक्षों के बीच आपसी विवाद का मामला है। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप करते चले आ रहे हैं । बताया कि एक महीने पहले भी इस तरह की बात सामने आई थी, लेकिन पंचायत हुई थी या नहीं इस बात की जानकारी हमारे संज्ञान में नहीं है।