हाइलाइट्स:उत्तर प्रदेश के 11 जिलों में इस साल जहरीली शराब के मामलेइन अलग-अलग घटनाओं में तकरीबन 100 लोग गंवा चुके हैं जानआबकारी विभाग और स्थानीय पुलिस की भूमिका सवालों के घेरे मेंअलीगढ़ के जहरीली शराब कांड में भी आबकारी विभाग कठघरे में हैलखनऊयूपी में कोरोना की दूसरी लहर का असर भले ही धीरे-धीरे कम हो रहा हो, लेकिन प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में जहरीली शराब बेचने का खेल लगातार जारी है। पंद्रह दिन पहले जहां अम्बेडकरनगर, आजमगढ़ और बदायूं में जहरीली शराब से 28 से अधिक लोग काल के गाल में समा गए। वहीं शुक्रवार को अलीगढ़ में जहरीली शराब कांड ने प्रदेश को हिला दिया। इस घटना में अब तक 28 मौतें हो चुकी हैं। दर्जन भर से अधिक पीड़ितों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इस साल के शुरुआती पांच महीनों की बात करें तो जनवरी से 28 मई तक प्रदेश के 11 जिलों में जहरीली शराब तकरीबन 100 लोगों की मौत हो चुकी है। किसकी मिलीभगत से फल-फूल रहा धंधा?घटना प्रतापगढ़ जिले की हो या आजमगढ़ की, महोबा की हो या फिर अलीगढ़ की। हमेशा की तरह स्थानीय स्तर पर पुलिस और आबकारी अधिकारियों को निलंबित कर शासन और प्रशासन अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेता है। हर बार जांच बैठा दी जाती है, लेकिन जांच का नतीजा क्या आता है? इसे गोपनीय ही रखा जाता है। अभी तक जिम्मेदार विभागों के आला अफसरों ने किसी भी घटना के बाद यह जानने का प्रयास नहीं किया कि आखिर गांवों में जहरीली शराब आती कहां से है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या आबकारी और स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से यह धंधा फल-फूल रहा है? क्या आबकारी और पुलिस विभाग को गांवों में चल रहीं कच्ची शराब की भट्ठियों की वास्तव में कोई जानकारी नहीं है? यदि नहीं है, तो अभियान के दौरान उनके प्रवर्तन दल कैसे वहां पहुंच जाते हैं?अलीगढ़ जहरीली शराब कांड में जिला आबकारी अधिकारी समेत 5 को सस्पेंड किया गया है Aligarh Hooch Tragedy: अलीगढ़ जहरीली शराब कांड में अब तक 28 की मौत, 6 अरेस्ट, कई ने गंवाई आंखों की रोशनी2021 में हुई जहरीली शराब की घटनाएं8 जनवरी : बुलंदशहर में जहरीली शराब से 5 लोगों की मौत26 फरवरी : महोबा जिले में जहरीली शराब से 5 लोगों की मौत17 मार्च : प्रयागराज में जहरीली शराब से 9 लोगों की मौत22 मार्च : चित्रकूट जिले में जहरीली शराब से 7 लोगों की मौत1 अप्रैल : प्रतापगढ़ में जहरीली शराब से 6 से अधिक मौतें1 अप्रैल : अयोध्या जिले में जहरीली शराब से 2 लोगों की मौत2 अप्रैल : बदायूं जिले में जहरीली शराब पीने से 2 लोगों की मौत28 अप्रैल : हाथरस जिले में जहरीली शराब से 5 लोगों की मृत्यु12 मई : आजमगढ़ में जहरीली शराब से 18 लोगों की मौत12 मई : अम्बेडकरनगर में जहरीली शराब से 5 लोगों की मौत12 मई : बदायूं जिले में जहरीली शराब से 2 लोगों की मौत28 मई : अलीगढ़ जिले में जहरीली शराब पीने से 28 लोगों की मौत अलीगढ़ शराब कांड: आबकारी अधिकारी समेत 4 ऑफिसर सस्पेंड, आरोपियों पर 50 हजार का इनाम घोषितविपक्ष के आरोपआम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने आरोप लगाया कि जहरीली शराब के इस काले धंधे में ऊपर से लेकर नीचे तक के अधिकारियों की संलिप्तता होती है, लेकिन एक्शन हमेशा नीचे वालों पर होता है। उन्होंने कहा कि सरकार को इन मामलों की गंभीरता से जांच करवानी चाहिए और जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करनी चाहिए। उधर, कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने अलीगढ़ में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों पर जहां दुख जताया। उन्होंने राज्य सरकार को कठघरे में खड़ा किया। यूपी कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पूर्व में हुई जहरीली शराब से मौतों को लेकर सरकार और उनके अफसर संवेदनशील होते और अवैध शराब कारोबारियों पर सख्त कार्रवाई की गई होती तो अलीगढ़ में मौतों को रोका जा सकता था।अलीगढ़ में जहरीली शराब का कहर
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