फिरोजाबादफिरोजाबाद जिले के नारखी ब्लॉक का गांव सिकंदरपुर कहने को आम गांव जैसा ही है। करीब दो हजार की आबादी वाले इस गांव के ग्रामीण कोरोना को लेकर काफी सजग और सतर्क हैं। गांव में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक है। यदि कोई रिश्तेदार आ भी जाए तो पहले उसे गांव के स्कूल में क्वारंटीन होना पड़ता है।इस तरह दे रहे कोरोना को मातगांव के प्रधान विकास प्रताप सिंह बताते हैं कि हमारे गांव में कोरोना ग्रामीणों की जागरूकता के चलते नहीं घुस पाया है। गांव का कोई भी व्यक्ति यदि किसी काम से बाजार जाता है तो वापस आते ही सभी कपड़ों को गर्म पानी में डाल देता है। डबल मास्क लगाकर जाता है। कोशिश करता है कि दो गज की दूरी बनाकर रहे।गांव की गलियां हैं बेरीकेडिंगग्राम प्रधान ने बताया कि उन्होंने गांव के सभी प्रवेश मार्गों को बैरीकेडिंग कर बंद कर दिया है। वहां पर निगरानी समिति के पदाधिकारी मास्क लगाकर तैनात रहते हैं। सप्ताह में तीन दिन गांव को सैनिटाइज कराया जाता है। गांव में मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है। कोरोना को हराने के लिए एक दूसरे के गले मिलने पर भी रोक है। गांव में राशन का सामान एक साथ मंगा लिया जाता है, जिससे कोरोना संक्रमण को घर या गांव में घुसने से रोका जा सके।
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