कौशल किशोर त्रिपाठी, देवरियाउत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के भागलपुर विकास खण्ड के अंड़िला गांव में 15 दिनों के भीतर 20 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोगों की तबियत खराब है। इस गांव में काफी संख्या में सिर मुड़ाये लोगों को देख कर अजीब सा लग रहा है। गांव में घुसने पर किसी की दसवीं होती दिख रही है तो किसी के श्राद्ध की तैयारी। कुछ लोग घाट पर से किसी का अंतिम संस्कार कर लौट रहे हैं। यही हाल जिले के दर्जनों गांवों का है। जहां खांसी तेज बुखार और फिर सांस रूकने से लोगों की मौत हो जा रही है। इसके पूर्व बैदा गांव में भी एक सप्ताह में 12 लोगों की मौत हुई थी।मौत की वजह कोरोना या कोई अन्य बीमारी, जानने में जुटा स्वास्थ्य विभागरविवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम अंड़िला गांव में जाकर मृतकों के परिजनों समेत 72 लोगों का एंटीजन जांच किया। मगर मात्र एक व्यक्ति ही करोना पाजीटिव पाया गया । ऐसे में स्वस्थ्य महकमा मौत की वजह तलाशने में जुटा है। जबकि ग्रामीण करोना के साथ-साथ किसी अन्य बीमारी के डर से दहशत में है। गांव में चारो तरफ सन्नाटा पसरा है लोग एक दूसरे से बात करने में भी कतरा रहे हैं। गांव में किसी बाहरी व्यक्ति को घुसने नहीं दिया जा रहा हैखांसी तेज बुखार और फिर सांस रुकने से अचानक हो रही हैं सभी मौतेंजिला मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर दूर अड़िला गांव हर सुविधा से लैस है। गांव में आरोग्य केंद्र के साथ-साथ हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर भी स्थापित है। लगभग 15 दिन पहले इस गांव में शुरू हुआ मौतों का सिलसिला अब तक लगातार जारी है और अभी तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है । मरने वालों में लगभग 15 लोगों की उम्र 65 से 70 साल के बीच थी ।जबकि कई अन्य 24 साल से लेकर 50 साल तक के है। सभी की मौत एक ही तरह की बीमारी से हुई है।सभी मृतकों को पहले खांसी आई फिर तेज बुखार हुआ और फिर अचानक सांस रूकने से मौत हो गई।गांव में 72 लोगों की हुई एंटीजन जांच मात्र एक निकला पॉजिटिवमृतकों में से किसी की भी कोरोना जांच नहीं हुई थी। मगर शुरुआती लक्षण देखते हुए आशंका जताई जा रही है सभी मौतें कोरोना के चलते ही हुई हैं। रविवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में जाकर मृतकों के परिजनों समेत 72 लोगों का एंटीजन जांच किया। जिसमें मात्र एक व्यक्ति ही पाजीटिव पाया गया। जिसके चलते ग्रामीणों में कोरोना के अलावा किसी अन्य बीमारी का भी डर समा गया है।यह बोले अधिकारीअपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुरेंद्र सिंह ने बताया कि एंटीजन जांच की रिपोर्ट सही मानी जायेगी। कुछ लोगों के लिये बीमारी का खौफ भी जानलेवा साबित हो रहा है। गांव के प्रधान विनीत उपाध्याय ने कहा कि गांव में अजीब सा डर पैदा पसरा है। लोग इस दहशत में जी रहे हैं कि अब इसके बाद अब किस पर विपत्ति पड़ेगी। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने बताया कि वर्तमान में मौसम बदल रहा है।ऐसे में कई तरह के इन्फेक्शन होते हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम हर गांव में जांच में जुटी है। गांवों में सेनेटाइजेशन भी कराया जा रहा है।
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