रेमडेसिविर की सप्लाई निरंतर जारी, अभी तक 2 लाख 54 हजार 125 इंजेक्शन की हुई उपलब्धता
भोपाल : रविवार, मई 9, 2021, 19:18 IST
राज्य सरकार द्वारा कोरोना मरीजों के उपचार की सभी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जा रही है। प्रदेश में 7 कंपनियों के रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई प्रदेश में हो रही है। अब तक 2 लाख 54 हजार 125 रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। सभी फार्मा कंपनियों से अधिकारी निरंतर संपर्क में हैं, प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति के लिये निरंतर प्रयास जारी हैं।कोविड-19 महामारी के नियंत्रण के लिये यथासंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत रेमडेसिविर की सुगम उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए शासन द्वारा हर संभव प्रयास किए गए हैं। रेमडेसिविर निर्माताओं को मध्यप्रदेश में इसकी सप्लाई बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। सभी को जरूरत अनुसार उचित दाम पर रेमडेसिविर की सुगम उपलब्धता के साथ ही इसकी कालाबाजारी एवं अवैध विक्रय की रोकथाम के निर्देश प्रदेश के सभी औषधि निरीक्षकों को जारी किए गए हैं। औषधि निरीक्षकों द्वारा रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति एवं वितरण पर सतत निगरानी रखी जा रही है। अस्पतालों में भर्ती मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन की सुलभ उपलब्धता के उद्देश्य से इसका वितरण केवल अस्पताल एवं संस्थानों में हो, ऐसी व्यवस्था भी की गई है।ऑक्सीजन की उपलब्धताऑक्सीजन के परिवहन को त्वरित एवं प्रभावी बनाने के लिये राज्य शासन द्वारा अनुमति प्राप्त ऑक्सीजन वाहन को एम्बुलेंस के समक्ष माना गया है। ऑक्सीजन के 3 टैंकर ट्रेन के माध्यम से आज आये हैं, जिन्हें कटनी, सागर, ग्वालियर और शिवपुरी भेजा गया है। आज 9 टैंकर एयरलिफ्ट कर 7 राँची और 2 जामनगर को भेजे जायेंगे। ऑक्सीजन की निर्वाध सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए निर्माताओं एवं डिस्ट्रीब्यूटर्स से सतत संपर्क किया जा रहा है। प्रदेश में विगत दिवस में लगभग 619 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की उपलब्धता रही है। प्रदेश में ऑक्सीजन के परिवहन के लिये पूर्व से स्वीकृत टैंकरों के अतिरिक्त टैंकरों से ऑक्सीजन की सप्लाई का प्रयास किया जा रहा है। ऑक्सीजन के इण्डस्ट्रियल उपयोग को भी सीमित करके सर्वप्रथम मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जा रही है।
अनुराग उइके
More Stories
उज्जैन: महाकाल मंदिर के पास हादसा, बड़े गणेश मंदिर के लगी दीवार गिरी, कुछ लोग घायल
दमोह के सिंग्रामपुर में पुल पर चहल कदमी दिखाते हुए, आहट को देखकर चौंक गए
31 दिसंबर तक मप्र में उच्च गुणवत्ता, शिक्षकों की गोदाम फोर्स, एनएसए के तहत कार्रवाई हो सकती है