फिरोजाबादयोगी सरकार में अस्पतालों के अंदर मरीजों को बेहतर इलाज देने के लिए लाखों करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं लेकिन बावजूद इसके सरकार के लाखों रुपए से खरीदे गए वेंटिलेटर धूल फांक रहे हैं। अस्पतालों में वेंटिलेटर की कमी चल रही है, वहीं दूसरी ओर फिरोजाबाद के मेडिकल कॉलेज में 67 वेंटिलेटर धूल फांक रहे हैं। इनका प्रयोग स्वास्थ्य विभाग अभी तक नहीं कर सका है।आइसोलेशन वॉर्ड में रखे वेंटिलेटरमेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वॉर्ड परिसर में 67 नए वेंटिलेटर आज भी धूल फांक रहे हैं। पिछले वर्ष भी वेंटिलेटर इसी तरह रखे नजर आए थे जबकि यूपी के कई अस्पतालों में वेंटिलेटर की काफी कमी चल रही है। इस कोरोना काल में सबसे अधिक वेंटिलेटर की आवश्यकता है लेकिन इसके बाद भी इनका उपयोग नहीं हो पा रहा है। यह बोले सीएमएसइस मामले को लेकर सीएमएस डॉक्टर आलोक कुमार का कहना है कि हमें जितने वेंटिलेटर की जरूरत थी उनका इस्तेमाल किया जा रहा है। शेष रखे वेंटिलेटर एक्स्ट्रा हैं इन्हें वापस मंगाने के लिए हमने शासन को भी लिखा है। जहां जरूरत होती है यहां से भेज दिए जाते हैं। आइसोलेशन वॉर्ड में भी जिन मरीजों को वेंटिलेटर की जरूरत होती है। वहां दिया जाता है। इस समय कोविड 19 आइसोलेशन वॉर्ड में 172 बेड हैंं। पिछले वर्ष 114 वेंटिलेटर मंगाए गए थे, इनमें से 67 शेष बचे हैं। उपयोग न होने के कारण इनको यहां रखवा दिया गया है।
Nationalism Always Empower People
More Stories
Kanpur: रैगिंग का काला चेहरा: HBTU में बीटेक छात्रों के साथ हिंसक बर्ताव, आठ सीनियर्स पर गंभीर आरोप
Agra: शादी के अगले दिन दुल्हन विधवा, हृदयविदारक हादसे ने छीन ली खुशियाँ
Barabanki के हत्याकांड का खुलासा: चाची-भतीजे के रिश्ते का काला सच और हत्या की खौफनाक साजिश