हाइलाइट्स:कोरोना वायरस से पूरे देश में मचा है हड़कंपदिल्ली-एनसीआर में मरीजों को नहीं मिल रहा इलाजआईसीयू, वेंटिलेटर, ऑक्सिजन और बेडों की कमीअस्पतालों में भर्ती न मिलने के कारण दम तोड़ रहे मरीजनोएडादिल्ली-एनसीआर सहित पूरा देश कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में है। ऐसे में बेड, ऑक्सिजन, वेंटिलेटर आदि की कमी देखी जा रही है। दिल्ली से सटे नोएडा, गाजियाबाद और हरियाणा के अस्पतालों में कोरोना के इलाज की सुविधाओं पर एक रिपोर्टःनोएडाः लगभग सभी अस्पताल फुल, मात्र 300 बेड खालीजिले के सभी कोविड अस्पताल लगभग भर चुके हैं। गौतमबुद्ध नगर के सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी का कहना है कि जिले में करीब 3 हजार बेड की सुविधा है। इसमें से शारदा, सूर्या और मेट्रो अस्पताल में लगभग 300 बेड खाली हैं। बाकी सभी अस्पताल में बेड फुल हैं।जिले के अस्पतालों में जिम्स 250, शारदा 720, जेपी 200, फोर्टिस 100, सेक्टर-39 में 300, यथार्थ 500, निम्स 300, प्रकाश 100, जेआर 60, इंडो गल्फ 40, जेएस 50, एसआरए 100, मेट्रो 100, शर्मा 100, सूर्या 200, आरोग्य 100, नियो 80 और ईएसआइसी में 200 बेड हैं, जो मरीजों से भरे हुए हैं।गाजियाबादः 80 फीसदी आईसीयू बेड भरेकोरोना के कारण गाजियाबाद में दिल्ली जैसे हालात बन रहे हैं। संतोष और संयुक्त अस्पताल में बेड फुल होने के बाद प्राइवेट अस्पतालों के 80 फीसदी बेड भर चुके हैं। आईसीयू बेड की संख्या भी 78 ही रह गई है। बेड ही यह संख्या सोमवार रात तक के आंकड़ों के आधार पर है।जिले में एक्टिव केस 3728 हो गए हैं। प्राइवेट अस्पतालों में कुल 394 आईसीयू बेड हैं। प्राइवेट अस्पतालों में 1755 और सरकारी में कुल 968 बेड हैं। रेमडेसिविर इंजेक्शन की जिले में भारी कमी है। जिले में अभी 614 इंजेक्शन की डिमांड की गई है, लेकिन उपलब्धता सिर्फ 40 की है।’1 मई के बाद से 18 साल के ऊपर के किसी भी व्यक्ति को वैक्सीनेट किया जा सकेगा’दिल्ली में बेड की कमी तो करने लगे हरियाणा का रुखदिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सिजन और बेड की कमी के चलते मरीजों ने हरियाणा कर रुख कर लिया है। स्वास्थ्य मंत्री ने मंगलवार को सरकारी अस्पतालों में बेडों की संख्या 200 से बढ़ाकर 800 करने के निर्देश दिए। इनके साथ ऑक्सिजन या वेंटिलेटर की सुविधा होगी। प्रदेश में इस समय 45086 क्वारंटीन बेड और 11 हजार 549 आइसोलेशन बेड में से करीब 89 प्रतिशत खाली हैं।2131 आईसीयू बेड में से 58 प्रतिशत खाली हैं। 1079 वेंटिलेटर में से करीब 63 प्रतिशत खाली हैं। राज्य में इस समय करीब 42 हजार कोरोना संक्रमित मामले हैं, जिनमें से करीब 30 हजार होम आइसोलेशन में हैं। राज्य में 270 एमटी ऑक्सिजन उपलब्ध है, जबकि 60 एमटी की खपत हो रही है।चुनाव के बीच कोलकाता में बढ़ता कोरोना का कहर, लोगों में कितना डर?जींद : केवल 10 वेंटिलेटर बेड के सहारे शहर के सवा दो लाख लोगजिले में 100 बेड की व्यवस्था करवाई गई है, जिनमें 10 आईसीयू में हैं। इन पर वेंटिलेटर की सुविधा है। 70 बेड पर ऑक्सिजन की सुविधा है। जींद के सिविल अस्पताल का कोविड वॉर्ड फुल है। शहर के करीब सवा दो लाख लोगों के लिए मात्र 10 वेंटिलेटर बेड ही हैं।नागरिक अस्पताल प्रशासन ने गांव कंडेला में बने गंगापुत्र आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज को पैनल पर लिया है। सामान्य अस्पताल में 55 चिकित्सकों की जरूरत है, लेकिन जींद स्वास्थ्य विभाग के पास कुल 22 चिकित्सक ही हैं। 19 एंबुलेंस को 24 घंटे अलर्ट पर रखा गया है।फरीदाबादः जिले में 86 आईसीयू व 28 वेंटिलेटर खालीजिले में कुल 340 आईसीयू आरक्षित हैं, जिनमें से 86 खाली हैं। कुल 100 वेंटिलेटर बेड में से 28 खाली हैं। 5983 आइसोलेशन बेड हैं, इनमें अभी 1078 बेड भरे हुए हैं। ऑक्सिजन का स्टॉक है, लेकिन यह जल्द खत्म हो सकता है। ऑक्सिजन की कमी दूर करने के लिए बीके अस्पताल में प्लांट बन रहा है, जो एक सप्ताह में चालू हो जाएगा।अभी अस्पतालों में दवा उपलब्ध है। जिले में तीन प्लाज्मा बैंक हैं, लेकिन उपलब्धता मांग से बेहद कम है। स्वास्थ्य विभाग ने जिले में 9 अस्पतालों को डेडिकेटिट कोविड अस्पताल घोषित किया गया है।फरीदाबाद में बेडों की यह स्थितिईएसआईसी मेडिकल कॉलेज, अल-फलाह कॉलेज, फोर्टिस अस्पताल में 128 आइसोलेशन बेड खाली हैं। इन अस्पतालों में 134 आईसीयू कोविड मरीजों के लिए आरक्षित हैं। इसके विपरीत 208 आईसीयू में कोविड मरीजों को दाखिल किया गया है।इन अस्पतालों में आईसीयू बेड खाली नहीं हैं। इन अस्पतालों में 56 वेंटिलेटर कोविड केयर मरीजों के लिए हैं, जिनमें से केवल 5 ही खाली हैं। अगर डेडिकेटिड कोविड हेल्थ सेंटरों की बात करें, तो इनमें बीके अस्पताल, उप स्वास्थ्य केंद्र के अलावा कई निजी अस्पताल शामिल हैं। इन अस्पतालों में 177 आइसोलेशन, 86 आईसीयू व 23 वेंटिलेटर बेड खाली हैं।स्कूलों में बने कोविड केयर सेंटरजिले के स्वास्थ्य केंद्रों, स्कूलों, कम्यूनिटी सेंटर में कोविड केयर सेंटर बनाए गए हैं। इनमें 4938 आइसोलेशन बेड हैं। अभी केवल 5 कोविड केयर सेंटर ही एक्टिव हैं, जिनमें से 135 बेड हैं और अभी इनमें केवल 27 बेड्स पर ही मरीज दाखिल हैं। सिविल सर्जन डॉ. रणदीप सिंह पुनिया ने बताया कि फिलहाल हमारे पास पर्याप्त बेड्स उपलब्ध हैं। निजी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि वह किसी कोरोना मरीज को दाखिल करने से मना न करें।पहले बिल भरो फिर मिलेगी लाश, महाराष्ट्र के चंद्रपुर डॉक्टर का अमानवीय चेहरागुड़गांवः अधिकांश अस्पतालों में बेड फुलकोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने पर जिले के अधिकांश अस्पतालों में आईसीयू व वेंटिलेटर बेड पूरी तरह भर चुके हैं। मात्र 8 अस्पतालों में ऑक्सिजन बेड की उपलब्धता बताई गई है, जबकि एक अस्पताल में ऑक्सिजन, आईसी यू व वेंटिलेटर की उपलब्धता है।लोगों को परेशानी नहीं हो इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से जीजीएन पोर्टल पर अस्पतालों में मंगलवार शाम तक बेड की उपलब्धता बताई जा रही है।41 अस्पतालों में से मंगलवार शाम तक 8 अस्पतालों में ही ऑक्सिजन बेड उपलब्ध दर्शाए गए थे, जबकि आईसीयू व वेंटिलेटर एक ही अस्पताल में उपलब्ध हैं। गुड़गांव में रेमडेसिविर इंजेक्शन की 800 से ज्यादा वाइल उपलब्ध हैं।फाइल फोटो
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