अविनाश जायसवाल, आगराआगरा के बाह तहसील क्षेत्र में पंचायत की सहमति से बिना चुनाव प्रधान बनने का दूसरा मामला सामने आया है। यहां एक ग्राम पंचायत में चुनाव होने से पहले ही प्रधान बना दिया गया। ग्रामीणों ने पंचायत के बाद सर्वसहमति से चार प्रत्याशियों में से एक को प्रधान चुन लिया। पंचायत की बात मानते हुए शेष तीनों ने अपना पर्चा वापस ले लिया। इससे पहले यहां जैतपुर ब्लॉक के बड़ागांव में पंचायत में सर्वसहमति से गांव की बहू कल्पना को निर्विरोध प्रधान चुना गया था।4 प्रत्याशी में 3 ने नामांकन वापस लियापिनाहट ब्लाक के ग्राम पंचायत सवोरा में संतोष कुशवाह, मुनिदत्त शर्मा, जसवंत और अभिषेक उर्फ मोनू शर्मा ने प्रधान पद के लिए नामांकन किया था। चुनाव में फालतू खर्च और आपसी द्वेष को रोकने के लिए ग्रामीणों ने पंचायत की और सर्व सहमति से अभिषेक उर्फ मोनू शर्मा को प्रधान चुन लिया। इसके बाद शेष तीनों ने नामांकन वापस ले लिया।कभी लड़वाया था चुनावनवागत ग्राम प्रधान ने सबके साथ मिलकर गांव के विकास के लिए जुटने की बात कही है। इसके अलावा कंचन सिंह और उनके पुत्र ने हीरालाल मास्टर के समर्थन में अपना पर्चा वापस ले लिया। उनका कहना है कि 2005 में मास्टर ने उन्हें चुनाव लड़वाया था। उसका कर्ज आज नामांकन वापस ले कर चुकाया है।
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