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नवरात्रि पर खुले रहेंगे मां विंध्यवासिनी मंदिर के पट, दर्शन पूजन के लिए इन नियमों का करना होगा पाल

मिर्जापुर में कोरोना संक्रमण के कहर में शुरू होने जा रहे चैत्र नवरात्रि मेले के दौरान मां विंध्वासिनी मंदिर के पट आम श्रद्धालुओं के लिए खुले रहेंगे। दर्शन-पूजन के लिए श्रद्धालुओं को भी सरकार की गाइडलाइन का पालन करना होगा। मंगलवार को प्रशासनिक भवन सभागार में हुई बैठक में मंडलायुक्त ने कोरोना संक्रमण से रोकथाम और नवरात्रि की तैयारियों के बारे में चर्चा की। मंडलायुक्त ने कहा कि बिना मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं मिलेगा। सैनिटाइजर की भी व्यवस्था कराई जाएगी। नवरात्रि मेले की तैयारियों का जायजा लेने मंगलवार को मंडलायुक्त विंध्याचल मंडल योगेश्वर राम मिश्र सहित जिले के आला अधिकारी विंध्याचल पहुंचे। इस दौरान परिसर में चल रहे विकास कार्यों का जायजा लिया। साथ ही मेला की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की। मंडलायुक्त ने प्रशासनिक भवन में अधिकारियों की हुई बैठक में कहा कि नवरात्रि मेले में आए श्रद्धालुओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी हम सबकी है। दर्शन में देरी भले हो जाए, लेकिन कोविड से कोई मौत हो, यह स्वीकार्य नहीं है। मेला तैयारी को लेकर मंडलायुक्त ने विभागवार समीक्षा कर दर्शनार्थियों की सुविधाओं को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। पिछले वर्ष नवरात्रि में मंदिर के पट बंद थे
मंडलायुक्त ने 11 अप्रैल तक सभी तैयारियां पूर्ण किए जाने का निर्देश दिया। पिछले साल चैत्र नवरात्रि मेले के दौरान कोरोना संक्रमण के चलते मंदिर के पट आम श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए थे। इस बार भी नवरात्रि मेले पर कोरोना संक्रमण के बादल मंडरा रहे हैं। हालांकि आज प्रशासनिक अधिकारियों के निरीक्षण और बैठक में दिए गए दिशानिर्देशों से यह स्पष्ट हो गया है कि मंदिर में दर्शन पूजन चलता रहेगा। मंडलायुक्त योगेश्वर राम मिश्र ने कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से देश संघर्ष कर रहा है। जनमानस व जानमाल की सुरक्षा जरूरी है। उन्होंने मेला क्षेत्र की साफ-सफाई पर बल दिया। मेला क्षेत्र में वाहनों के दबाव को रोकने के लिए जगह-जगह बैरियर बनाए जाने, पार्किंग की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। मां विंध्यवासिनी मंदिर परिसर व आसपास की गलियों में किसी प्रकार की भगदड़ न हो, इसके लिए बैरिकेडिंग करने को कहा। रेलवे स्टेशन पर जहरखुरानों पर अंकुश व प्लेटफार्म बदलने की दशा में विशेष ध्यान दिए जाने की नसीहत दी।
मंडलायुक्त ने कहा कि चाहे कोई भी हो, बिना थर्मल स्कैनिंग, सैनिटाइजेशन व मास्क के किसी को भी मंदिर में प्रवेश न दिया जाए। उन्होंने गंगाघाटों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए स्टीमर, गोताखोर व एनडीआरएफ टीम को मुस्तैद रहने के निर्देश दिए।जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने कहा कि गंगाघाटों पर हमें विशेष सतर्कता बरतनी है। उन्होंने कहा कि अधिकांश जगह देखा जाता है कि लोग घाटों से हटकर बैरिकेडिंग लांघ कर या फिर गंगा उस पार जाकर स्नान करते हैं। ऐसे में दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है। इसे रोकना होगा। जिलाधिकारी ने विंध्यधाम की गलियों में ध्वस्तीकरण या फिर इधर-उधर उखड़े, पड़े लोहे के राड व अनावश्यक खड़े बिजली के खंभे आदि को हटाए जाने का निर्देश दिया। कहा, इससे दर्शनार्थियों को असुविधा हो सकती है। सड़कों पर बह रहे पानी देख जताई नराजगी
जिलाधिकारी ने पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने से सड़कों और गलियों में इधर उधर बहते पानी पर नाराजगी जताई। कहा इसे समय रहते दुरुस्त कर दिया जाए। पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने कहा सबसे ज्यादा विवाद पार्किंग को लेकर होता है। उन्होंने पार्किंग स्थलों पर रेट लिस्ट आदि लगाने के निर्देश दिए। बैठक में नवरात्रि मेला को सकुशल संपन्न कराने के लिए मंडलायुक्त व जिलाधिकारी ने पंडा समाज का सहयोग मांगा। इस दौरान एडीएम यूपी सिंह, सीएमओ पीडी गुप्ता, एसडीएम सदर गौरव श्रीवास्तव, डीपीआरओ अरविंद कुमार, ईओ ओमप्रकाश, अधीशासी अभियंता विद्युत मनोज यादव, श्री विंध्य पंडा समाज अध्यक्ष पंकज द्विवेदी, मंत्री भानू पाठक, पूर्व अध्यक्ष राजन पाठक आदि उपस्थित रहे।