अगर आपके घर में पति-पत्नी दोनों सरकारी नौकरी में हैं। चुनाव के दौरान दोनों की ड्यूटी लगती है। इस वजह से बच्चों की देखभाल के लिए किसी रिश्तेदार को घर बुलाना पड़ता है तो इस बार यह चिंता नहीं रहेगी। क्योंकि राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर विचार करते हुए दोनों में से एक की ही ड्यूटी लगाने का निर्देश दिया है। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जनपद के सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी जगरूप पटेल ने बताया कि इस संबंध में पत्र आ गया है। पत्र के माध्यम से कहा गया है कि अगर किसी परिवार के पति-पत्नी दोनों नौकरी में हैं और पंचायत चुनाव में ड्यूटी लग रही है तो बच्चों की देखभाल के लिए विचार करते हुए एक को ड्यूटी से मुक्त रखा जा सकता है।
शिक्षक संगठन-यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राठौर ने इस संबंध में निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा था। जिला अध्यक्ष शिवम अग्रवाल, जिला महामंत्री अजय द्विवेदी एवं जिला कोषाध्यक्ष विकास सिंह यादव ने बताया कि संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राठौर ने पंचायत सामान्य निर्वाचन 2019 में दंपति कार्मिक में से किसी एक को चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने के लिए प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा था।
अगर आपके घर में पति-पत्नी दोनों सरकारी नौकरी में हैं। चुनाव के दौरान दोनों की ड्यूटी लगती है। इस वजह से बच्चों की देखभाल के लिए किसी रिश्तेदार को घर बुलाना पड़ता है तो इस बार यह चिंता नहीं रहेगी। क्योंकि राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर विचार करते हुए दोनों में से एक की ही ड्यूटी लगाने का निर्देश दिया है।
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जनपद के सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी जगरूप पटेल ने बताया कि इस संबंध में पत्र आ गया है। पत्र के माध्यम से कहा गया है कि अगर किसी परिवार के पति-पत्नी दोनों नौकरी में हैं और पंचायत चुनाव में ड्यूटी लग रही है तो बच्चों की देखभाल के लिए विचार करते हुए एक को ड्यूटी से मुक्त रखा जा सकता है।
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