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इविवि के पीसीबी हॉस्टल में होली समारोह के दौरान हुए हंगामे के बाद सामने आई रैगिंग की शिकायत अब मारपीट के मामले में बदल गई है। शुक्रवार को चीफ प्रॉक्टर ने आरोपी छात्र को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए उससे लिखित स्पष्टीकरण तलब कर लिया।इविवि के हॉस्टल आधिकारिक रूप से बंद पड़े हैं, इसके बावजूद वहां अवैध रूप से कब्जा है और होली पर कुछ छात्रों ने जमकर हंगामा भी किया। पीसीबी हॉस्टल में रहने वाले विधि द्वितीय वर्ष के एक छात्र ने बृहस्पतिवार को चीफ प्रॉक्टर से लिखित शिकायत की थी कि होली खेलने के नाम पर बीकॉम तृतीय वर्ष के एक छात्र ने उसके साथ रैगिंग की। चीफ प्रॉक्टर ने भी यह माना था कि रैगिंग की शिकायत आई है, लेकिन एक दिन बाद यानी शुक्रवार को रैगिंग की जगह मामला मारपीट का निकल आया। इस पर चर्चा शुरू हो गई कि रैगिंग के मामले को कहीं दबाने का प्रयास तो नहीं किया जा रहा है।पीड़ित छात्र से मिली शिकायत के आधार पर चीफ प्रॉक्टर प्रो. हर्ष कुमार ने एसएसएल हॉस्टल में रहने वाले बीकॉम तृतीय वर्ष के छात्र आयुष सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। चीफ प्रॉक्टर ने नोटिस के माध्यम से कहा कि आयुष ने पीसीबी छात्रावास में होली समारोह के दौरान नशा करके छात्रावास के वरिष्ठ अंत:वासी होने का दावा करते हुए अपनी प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए विधि द्वितीय वर्ष के छात्र से इरादतन मारपीट की।चीफ प्रॉक्टर ने इसे अनुशासनहीनता करार देते हुए एक अप्रैल को दोपहर दो से तीन बजे के बीच कुलानुशासक कार्यालय में उपस्थित होकर लिखित स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा है कि इस कृत्य के लिए क्यों न आयुष को विश्वविद्यालय एवं हॉस्टल से निष्कासित कर दिया जाए। चीफ प्रॉक्टर ने बताया कि विधि द्वितीय के छात्र ने मारपीट की लिखित शिकायत की है और इसी आधार पर आरोपी छात्र को नोटिस जारी किया गया है।
इविवि के पीसीबी हॉस्टल में होली समारोह के दौरान हुए हंगामे के बाद सामने आई रैगिंग की शिकायत अब मारपीट के मामले में बदल गई है। शुक्रवार को चीफ प्रॉक्टर ने आरोपी छात्र को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए उससे लिखित स्पष्टीकरण तलब कर लिया।
इविवि के हॉस्टल आधिकारिक रूप से बंद पड़े हैं, इसके बावजूद वहां अवैध रूप से कब्जा है और होली पर कुछ छात्रों ने जमकर हंगामा भी किया। पीसीबी हॉस्टल में रहने वाले विधि द्वितीय वर्ष के एक छात्र ने बृहस्पतिवार को चीफ प्रॉक्टर से लिखित शिकायत की थी कि होली खेलने के नाम पर बीकॉम तृतीय वर्ष के एक छात्र ने उसके साथ रैगिंग की। चीफ प्रॉक्टर ने भी यह माना था कि रैगिंग की शिकायत आई है, लेकिन एक दिन बाद यानी शुक्रवार को रैगिंग की जगह मामला मारपीट का निकल आया। इस पर चर्चा शुरू हो गई कि रैगिंग के मामले को कहीं दबाने का प्रयास तो नहीं किया जा रहा है।
पीड़ित छात्र से मिली शिकायत के आधार पर चीफ प्रॉक्टर प्रो. हर्ष कुमार ने एसएसएल हॉस्टल में रहने वाले बीकॉम तृतीय वर्ष के छात्र आयुष सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। चीफ प्रॉक्टर ने नोटिस के माध्यम से कहा कि आयुष ने पीसीबी छात्रावास में होली समारोह के दौरान नशा करके छात्रावास के वरिष्ठ अंत:वासी होने का दावा करते हुए अपनी प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए विधि द्वितीय वर्ष के छात्र से इरादतन मारपीट की।
चीफ प्रॉक्टर ने इसे अनुशासनहीनता करार देते हुए एक अप्रैल को दोपहर दो से तीन बजे के बीच कुलानुशासक कार्यालय में उपस्थित होकर लिखित स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा है कि इस कृत्य के लिए क्यों न आयुष को विश्वविद्यालय एवं हॉस्टल से निष्कासित कर दिया जाए। चीफ प्रॉक्टर ने बताया कि विधि द्वितीय के छात्र ने मारपीट की लिखित शिकायत की है और इसी आधार पर आरोपी छात्र को नोटिस जारी किया गया है।
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