8 May 2019
पीएम मोदी के भ्रष्टाचारी नं 1 वाले बयान पर सुप्रीम कोर्ट पहुंची कांग्रेस, कहा– चुनाव आयोग की क्लीन चिट मनमानी है
झारखंड रैली में पीएम मोदी ने कहा था, ‘आपके पिता के दरबारियों ने उन्हें ‘मिस्टर क्लीनÓ की संज्ञा दी थी, लेकिन उनका अंत भ्रष्टाचारी नंबर एक के रूप में हुआ।Ó प्रधानमंत्री मोदी बोफोर्स घोटाले का जिक्र कर रहे थे जिसमें राजीव गांधी पर स्वीडिश रक्षा उपकरण निर्माता कंपनी बोफोर्स से रिश्वत लेने के आरोप लगे थे। जिसके बाद राहुल गांधी ने इस पर जवाब देते हुए लिखा कि, मोदी जी, लड़ाई खत्म हो चुकी है। आपके कर्म आपकी प्रतीक्षा रहे हैं। अपनी आंतरिक सोच को मेरे पिता पर थोपना भी आपको बचा नहीं पायेगा। प्रेम एवं आलिंगन के साथ– राहुल। इसके बाद प्रियंका वाड्रा सहित पूरी कांग्रेस पीएम मोदी पर बरस पड़ी है।
इस संदर्भ में मुझे दो वाकया का स्मरण हो रहा है।
आज का ही समाचार है जिसमें केन्द्रीय मंत्री अरूण जेटली ने कांग्रेस द्वारा आचार संहित के दुरपयोग किये जाने के संदर्भ में कहा है ।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों ने अपने विरोधियों द्वारा आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के अत्यधिक आरोप लगाने की एक नई प्रवृत्ति विकसित की है। यह क्राई बेबी जैसी प्रवृत्ति है। अर्थात रोती हुई बच्ची की मनोवृत्ति जाहिर करती है।
>> दूसरा उदाहरण ८ फरवरी २०१७ को पीएम मोदी द्वारा राज्यसभा के भाषण में विपक्ष द्वारा किये गये हंगामे का।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोल रहे है। प्रधानमंत्री नोटबंदी से लेकर सरकार की कई योजनाओं पर अपनी बात रखी। इस दौरान उन्होंने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पर निशाना साधा। उन्होंने कहा डॉ. मनमोहन जी का करीब 30-35 साल से भारत के आर्थिक निर्णयों के साथ सीधा संबंध रहा है। हर बड़े फैसले मनमोहन सिंह के सहमति से हुए। लेकिन इतने घोटाले होने के बावजूद मनमोहन सिंह पर एक भी दाग नहीं लगे। बाथरूम में रेनकोट पहनकर नहाना केवल डॉ. साहब (मनमोहन सिंह) ही जानते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के दौरान विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया।
इसी बीच बीजेपी की तरफ से केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए हिटलर और मुर्सलोनी जैसे शब्द भी प्रयोग किए गए। कांग्रेस सांसदों ने वॉकआउट के बाद पीएम मोदी ने भाषण फिर शुरू किया।
पीएम मोदी ने कहा कभी भी हार स्वीकार न करना ये कब तक चलेगा। हम लोकतंत्र का आदर करने वाले लोग हैं। राज्यसभा में पीएम मोदी ने कहा शहर तुम्हारा, कातिल तुम, शाहिद तुम, हाकिम तुम लेकिन मुझे यकीन है मेरा ही कसूर निकलेगा।
इस संदर्भ में मुझे शोहराब मोदी की यहूदी फिल्म का स्मरण हो रहा है। उसमें शोहराब मोदी का प्रसिद्ध डायलॉग है :
सोहराब मोदी –यहूदी फिल्म
रोमन एपरर ;’पैदा हुए हैं दुनिया के नज़ारे तुहारे ही लिए ?…तुहारी ही रौशनी से चमकते हैं चाँद –और –तारे ? ….तुहारा ग़म ..ग़म …हमारा ग़म वाब –ओ –कहानी है ? तुहारा खून .. खून …हमारा खून पानी है ?Ó
इससे स्पष्ट है कि ७० वर्षों तक सत्ता में रहने वाला नेहरू गांधी परिवार समझता है कि भारत की १३० करोड़ जनता उसकी नौकर है और वे हर हमेशा के लिये भारत के राजा रानी। वे भूल जाते हैं कि भारत में प्रजातंत्र है।
नेहरू गांधी परिवार की वर्तमान पीढ़ी के राहुल और प्रियंका यह समझते हैं कि उनका खून खून है औरों का खून पानी वे जो चाहें यह करेंं वह करें उनकी मर्जी पर नेहरू इंदिरा राजीव के काले कारनामों का कोई उल्लेख न करे उन पर कोई उंगली न उठाये।
ऐसा सोचना नेहरू गांधी परिवार की भूल है य िवे अपनी भूल नहीं सुधारेंगे तो उसकी सजा २३ मई को भारत की जनता उन्हें सुना देगी।