अभिषेक जायसवाल, वाराणसीभोले की नगरी काशी में आयोजित छह दिवसीय महाशिवरात्रि महोत्सव की तीसरी निशा में सूफी गायक कैलाश खेर ने समां बांधी। गंगा तट पर आयोजित इस महोत्सव में शनिवार की देर रात तक शिवभक्त कैलाश के सूफियाना गीतों पर झूमते रहे।कैलाश खेर के बम लहरी…गीत से पूरा महोत्सव शिवमय हो गया। इसके अलावा कैलाश ने मैं तो तेरे प्यार में दीवाना हो गया…जय जयकारा…तेरी दीवानी…तौबा तौबा वे तेरी सूरत…जैसे गीतों से महोत्सव में श्रोताओं का मन मोह लिया। तीसरी निशा में कैलाश खेर के अलावा डॉ. मधुमिता भट्टाचार्य ने भी अपनी प्रस्तुति दी।’फिल्म सिटी नहीं, अध्यात्म कला केंद्र बने…’महोत्सव में शामिल होने से पहले होटल में मीडिया से बातचीत में सूफी गायक कैलाश खेर ने कहा कि यूपी में फिल्म सिटी नहीं, बल्कि अध्यात्म कला केंद्र बनना चाहिए। इस अध्यात्म कला केंद्र में संगीत ध्यान केंद्र की स्थापना होनी चाहिए। केंद्र ऐसा हो, जहां ढोलक, मंजीरा,सितार की धुन गूंजती रहे। उन्होंने आगे कहा कि सीएम योगी के सामने भी उन्होंने ये प्रस्ताव रखा है।यूपी सरकार की तारीफवाराणसी में कैलाश खेर ने यूपी की योगी सरकार की जमकर तारीफ की। कैलाश खेर ने कहा कि अब उत्तर प्रदेश के भाग्य जगे हैं। देशभर में मैंने यात्रा की है। लेकिन पिछले पांच सालों में यूपी की सड़कें पहले से बहुत बेहतर हुईं हैं । उन्होंने आगे कहा कि मैंने कभी पहले ऐसा वाला यूपी नहीं सोचा था।खोलेंगे कैलाश खेर अकेडमी ऑफ कलाकैलाश खेर ने कहा कि देशभर में छुपे संगीत जगत के हीरे को निकालने के लिए कैलाश खेर अकेडमी ऑफ कला की शाखाएं खोलेंगे। इसके लिए उन्होंने कैलाश खेर फाउंडेशन भी बनाया है।
Nationalism Always Empower People
More Stories
Rishikesh में “अमृत कल्प” आयुर्वेद महोत्सव में 1500 चिकित्सकों ने मिलकर बनाया विश्व कीर्तिमान, जानें इस ऐतिहासिक आयोजन के बारे में
Jhansi पुलिस और एसओजी की जबरदस्त कार्रवाई: अपहृत नर्सिंग छात्रा नोएडा से सकुशल बरामद
Mainpuri में युवती की हत्या: करहल उपचुनाव के कारण सियासी घमासान, सपा और भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप