हाइलाइट्स:न्यू नोएडा को जमीन खरीदकर बसाया जाए या लैंड पुलिंगकर, इस पर योजनामास्टर प्लान बनने से लेकर प्रभावी होने तक कम से कम 5 से 6 महीने का लगेगा समयनिवेश रीजन बनेगा न्यू नोएडा, अधिकारियों ने शुरू की तैयारीनोएडायूपी में दादरी से लेकर खुर्जा के बीच बसने वाले न्यू नोएडा का नक्शा नोएडा अथॉरिटी ने तैयार कर लिया है। नक्शे का गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर में नोटिफिकेशन भी हो गया है। इसके बाद न्यू नोएडा एरिया में आने वाले 80 गांव में जमीन से जुड़ी सभी एनओसी पर रोक लग गई है।अब निर्माण या किसी अन्य काम के लिए यह एनओसी नोएडा अथॉरिटी ही देगी। अथॉरिटी ने भी एनओसी पर रोक बरकरार रखी है। अधिकारियों का कहना कि नक्शा के बाद अब मास्टरप्लान तैयार करवाया जाएगा। मास्टर प्लान प्रभावी होने पर नोएडा अथॉरिटी के नियम उस क्षेत्र में लागू किए जाएंगे। इसके बाद ही एनओसी देने की प्रक्रिया शुरू होगी।5 से 6 महीने का लगेगा समयअथॉरिटी का मास्टर प्लान बनने से लेकर प्रभावी होने तक कम से कम 5 से 6 महीने का समय लग सकता है। इस दौरान नोएडा अथॉरिटी सिर्फ प्रशासनिक एनओसी विशेष परिस्थितियों में ही जारी करेगीयही नहीं स्थानीय निकाय कोई भी नई सड़क या नया विकास कार्य भी नहीं करा पाएगा। बाकी जो प्रशासन या स्थानीय निकाय इस क्षेत्र में एनओसी जारी कर रहे थे वह अब जारी नहीं कर सकेंगे।60 गांव बुलंदशहर के भी शामिलइन 80 गांव का 29 जनवरी को ही शासन ने नोएडा अथॉरिटी के क्षेत्र में नोटिफिकेशन कर दिया था। इस नोटिफकेशन के बाद अथॉरिटी को अपना नोटिफिकेशन लागू करने के लिए मौके के गांव का सत्यापन कर नक्शा तैयार करना था।यह नक्शा अथॉरिटी ने तैयार कर लिया है। इन 80 गांव में 20 गांव गौतमबुद्ध नगर और 60 गांव बुलंदशहर के शामिल हैं।केजीपी के दोनों तरफ होगा न्यू नोएडाअथॉरिटी की तरफ से तैयार किए गए नक्शे से न्यू नोएडा का खाका खिंच गया है। खास बात यह भी स्पष्ट हो गई है कि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (केजीपी) के दोनों तरफ न्यू नोएडा का क्षेत्र होगा। दूसरी तरफ भी चार से पांच गांव का रकबा अथॉरिटी ने चिह्नित किया है। इनमें कोट, नयाबासरी, फूलपुर, खंडारा, गिरिराजपुर, आनंदपुर व अन्य गांव शामिल हैं।नोएडा अथॉरिटी मास्टर प्लान तैयार कराने से पहले क्षेत्र में मौजूद 80 गांव की मौजूदा आबादी का भी हिसाब लगाएगी। यह आकड़े गांव व उस गांव की जमीन के हिसाब से अलग-अलग तैयार होंगे। इससे मास्टर प्लान में हर एरिया की मूलभूत जरूरतों की भी प्लानिंग आसानी से की जा सकेगी।विकास के मॉडल पर मंथनन्यू नोएडा को नोएडा की तरह ही जमीन खरीद कर बसाया जाए या लैंड पुलिंग कर बसाया जाए। निजी डिवेलपर्स को आमंत्रित किए जाने सहित कई बिंदुओं पर नोएडा अथॉरिटी अभी मंथन कर रही है।माना यह जा रहा है कि मास्टर प्लान बन जाने के बाद अथॉरिटी न्यू नोएडा के लिए मॉडल तय करेगी। यहां के लिए अथॉरिटी मास्टर प्लान-2031 बनवाएगी। नोएडा के मौजूदा क्षेत्र में पहले से मास्टरप्लान-2031 प्रभावी है।निवेश रीजन बनेगा न्यू नोएडान्यू नोएडा के लिए अथॉरिटी ने जो नक्शा तैयार किया है उसके बीच में बुलंदशहर में पहले से चल रही एक निजी डिवेलपर्स की हाईटेक इंटीग्रेटेड टाउनशिप आई है। यह टाउनशिप अब तक हिट रही है। ऐसे में अथॉरिटी इसके पास ही अपनी भी आवासीय टाउनशिप या एरिया चिन्हित करेगी। इसके साथ ही पूरे एरिया का फोकस निवेश रीजन व औद्योगिक विस्तार पर रहेगा। शासन स्तर पर इस क्षेत्र के लिए मोटा-मोटा खाका खींचा जा चुका है। इसमें आवासीय, इंडस्ट्री के साथ ही संस्थानों को स्थापित करने का विचार है। क्षेत्र में विकास का मॉडल अत्याधुनिक होगा, तभी निवेशकों को यह जगह लुभाएगी।सांकेतिक चित्र
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