15 April 2019
विपक्ष द्वारा पीएम मोदी को गाली देने की प्रतिस्पर्धा इस प्रकार बढ़ गई है कि बंगलादेशी इल लीगल घुसपैठियों का सरदार एआईयूडीएफ का मुखिया असम का सांसद जैसे देशद्रोही बोलते हैं उस प्रकार की भाषा बोलते हुए बयान दिया है कि, मोदी को निकालेंगे देश से बाहर और वो बेचेंगे चाय।
प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने रविवार को अलीगढ़ में चुनावी जनसभाओं को संबोधित करने पहुंचे. नुमाइश मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बीते तीन दिनों के अंदर चौकीदार को गाली देने वालों का कंपटीशन बढ़ा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘मोदी की बात शौचालय से शुरू होती है और शौचालय पर खत्म होती है। इनका तो बस एक सूत्री कार्यक्रम है, मोदी को गाली जितनी दे सकते हो दो। मुझे गाली सुनने का दो दशक का अनुभव है। अब मैं गाली प्रूफ हो गया हूं।Ó।
असम से सांसद बदरुद्दीन अजमल ने पीएम मोदी की चाय वाले की छवि को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी है।
असम के चिरांग में मीडिया से बातचीत करते हुए बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि – मोदी विरोधी जितना भी गठबंधन हैं हम भी उसमें शामिल हैं, वो सब मिल के मोदीजी को इस देश से बाहर निकालेगा, मोदीजी जाके कहीं चाय का दुकान लगाकर पकौड़ा भी बेंचेगा।
इस संदर्भ में मुझे रतन टाटा द्वारा लिखित पुस्तक की कुछ पंक्तियों का स्मरण हो रहा है :
‘ पारसी ईरान के एक समय शासक थे और बहु संख्यक थे। परंतु धीरे धीरे वे सब मुस्लिम बना दिए गए और थोड़े बहुत बचे थे वे बाहर खदेड़ दिए गए जैसे हमारे यहाँ कश्मीरी पंडित शरणार्थी बन गए हैं।Ó – रतन टाटा
>> यही कारण है कि नेहरू के समय से ही कांग्रेस का यह प्रयास रहा है और यह षडयंत्र अभी भी जारी है कि हिन्दुओं को भारत में अल्पसंख्यक बना दिया जाये।
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री रह चुके अंतुले बाद में यूपीए शासनकाल में बिना विभागीय मंत्री बने। उनका एकमेव कार्य था योजनाबद्ध ढंग से षडयंत्रपूर्वक हिन्दुओं को अल्पसंख्यक बनाया जाये।
>> यूपीए शासनकाल में ही जैन बंधुओं को हिन्दुओं से अलग मान्यता दी गई।
>> कर्नाटक विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस ने लिंगायत समाज को हिन्दू समाज से अलग करने का भी षडयंत्र रचा था।
>> आफ्रिका के एक देश जहॉ मुस्लिम अल्पसंख्यक में थे वे बाद में बहुसंख्यक बन गये तो वहॉ की सरकार ने उस देश को इस्लामिक देश उसी प्रकार से घोषित कर दिया जिस प्रकार से पाकिस्तान ने किया।
>> हिन्दुओं को अल्प संख्यक बनाने का षडयंत्र नेहरू के समय से ही होते रहा है। इसी संदर्भ में नेहरू ने कहा था कि वे घटनावश हिन्दु हैं अन्यथा संस्कृति से मुसलमान और शिक्षा से अंग्रेज।
>> कांग्रेस के उक्त षडयंत्र में अन्य परिवारवादी पार्टियां भी सत्ता हथियाने की लालसा में शामिल हो गई हैं।
इसी का दुष्परिणाम है कि बदरूद्दीन अजमल देशद्रोहपूर्ण वक्तव्य देने का दुस्साहस हुआ :
क्चड्डस्रह्म्ह्वस्रस्रद्बठ्ठ ्रद्भद्वड्डद्य का बयान, मोदी को निकालेंगे देश से बाहर और वो बेचेंगे चाय।
यही कारण है कि टुकड़े–टुकड़े गैंग की समर्थक पार्टियां देशद्रोह के कानून को समाप्त करना चाहती है।