एक अप्रैल से शुरू हो रही भाजपा की किसान सम्मान यात्रा के ठीक पहले गुरुवार को मुख्यमंत्री किसान मोर्चा और संगठनों के नेताओं से मिले। उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के समय ओला, पाला प्रभावित किसानों को दिया जाने वाला मुआवजा ऊंट के मुंह में जीरा के समान थी। लेकिन हमारी सरकार ने किसानों का जितना नुकसान हुआ, उसकी भरपाई की।
-सीएम शिवराज ने कहा, “एक अप्रैल किसानों के लिए उत्सव का दिन होगा, जब किसानों के खाते में 2650 करोड़ रुपए जाएंगे। इससे वह ब्याज मुक्त हो जाएंगे। किसान अन्नादाता है और हमने अन्नदाता सुखी रहे, इसके लिए हर उपाय किए हैं। फसलों में समर्थन मूल्य बढ़ाया, भावांतर योजना से किसानों को लाभ दिया, ऋणी किसानों की ब्याज माफ की गई।”
1)किसान सम्मान यात्रा क्यों ?
-चुनावी साल में भाजपा ने किसानों पर फोकस बढ़ा दिया है। नाराज चल रहे किसानों को साधने के लिए सौगात देने के बाद अब भाजपा प्रदेश की सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में किसान सम्मान यात्रा निकालेगी। इस मौके पर सीएम ने किसान सम्मान यात्रा का थीम सांग भी लांच किया। हर विधानसभा क्षेत्र में किसान रथ तैयार किए गए हैं और विधायक खुद इस रथ को लेकर निकलेंगे। इस रथ में सरकार द्वारा किसानों के लिए चलाई जा रही योजनाओं की पूरी जानकारी होगी।
2)एक अप्रैल को मुरैना से होगी शुरुआत
-किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रणवीर सिंह रावत ने बताया कि यात्रा का शुभारंभ बलराम पूजा के साथ मथुरा से होगा। यात्रा धौलपुर होते हुए प्रदेश की सीमा में प्रवेश करेगी, जो एक अप्रैल को दोपहर में मुरैना पहुंचेगी। यहां से केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह मस्त रथ लेकर निकलेंगे। इसी दिन मुरैना में बड़ी सभा होगी। इसमें शिवराज सिंह चौहान शामिल होंगे।
3)ग्राम पंचायतों तक जाएगा रथ
-किसान सम्मान यात्रा में सभी विधायक विधानसभा वार अपने क्षेत्रों में जाएंगे। पांच अप्रैल से एक साथ पूरे प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में किसान सम्मान यात्राएं शुरू होंगी। ये यात्राएं सभी ग्राम पंचायतों तक जाएंगी। इस यात्रा में उत्कृष्ट किसानों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। हर विधानसभा में एक रथ होगा, गांव पहुंचने पर चौपाल लगाई जाएगी, जिसमें सभी किसानों को बुलाया जाएगा। केंद्र व राज्य सरकार की किसानों को लेकर चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।
4)भावांतर पर पूरा फोकस
-इस यात्रा में सरकार की भावांतर योजना पर भी फोकस रहेगा। इसमें सोयाबीन की फसल का लाभ लेने वाले किसानों का सम्मान किया जाएगा। वहीं, चौपाल पर चर्चा की जाएगी। प्रचार इस बात का भी होगा कि पिछले साल गेहूं बेचने वालों को भी 200 रुपए क्विंटल का अतिरिक्त बोनस दिया जाएगा। यात्रा खत्म होने के अगले ही दिन 16 अप्रैल को किसानों के खाते में 200 का भुगतान किया जाएगा। अभियान के जरिए किसानों की नाराजगी को कम करने की कोशिश होगी।
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