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AK 47 – पुलिस कहीं गोली न मार दे इस डर से छीन ली रायफल

सप्ताह भर पहले बड़नगर के टोकरा गांव में रेलवे ट्रैक के पास गश्त कर रहे आरपीएफ के अमले से एके-47 और कारतूस छीनकर ले जाने वाले 4 आरोपितों को पुलिस ने दबोच लिया है। घटना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी। इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 8 टीम गठित कर करीब 40 स्थानों पर दबिश दी थी। आरोपितों को डर था कि अपने साथी को छुड़ाकर भागने पर पुलिस कहीं उन पर गोली नहीं चला दे, इसलिए रायफल छीनकर ले गए थे। मामले से जुड़े और 5 आरोपितों की भी पुलिस तलाश कर रही है। आईजी राकेश गुप्ता ने बुधवार को बताया कि टीम को आरोपितों की सर्चिंग के लिए लगाया था, जिसमें सफलता मिल गई। टीम ने सबसे पहले दो आरोपित मेहरबान व साथी का सुराग लगा लिया, जिन्हें पकड़ा गया तो पूरे मामले का खुलासा हो गया।

फिलहाल पुलिस ने आरोपित मेहरबानसिंह मोगिया पिता बापूसिंह मोगिया (30) निवासी मियाखेड़ी बदनावर, उसके भानेज लालसिंह पिता देवीसिंह मोगिया (19), उमेश पिता भेरुलाल (24) निवासीगण बरखेड़ी थाना राघवी एवं दोस्त गलिया उर्फ अशोक पिता दयाराम मोगिया (24) निवासी बलेड़ी, इंगोरिया को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने आरोपित गलिया से एके-47 रायफल, लालसिंह से मैग्जीन, उमेश व मेहरबान से 5-5 जिंदा राउंड बरामद कर लिए हैं। मामले के शेष 5 आरोपित कमल, अर्जुन तथा उनके भानेज महेश, गोकुल, पूनम की भी तलाश की जा रही है। खुलासे के दौरान डीआईजी रमणसिंह सिकरवार, एसपी सचिन अतुलकर भी उपस्थित थे।

800 भेड़ों का पड़ाव था चोरी करने को आए थे

रेलवे ट्रैक पर 5 दिसंबर की रात एएसआई कमलेश शर्मा, हेड कांस्टेबल राकेश कुशवाह रात्रि गश्त कर रहे थे। इस बीच तीन संदिग्धों को देख आवाज दी तो दो भाग गए, किंतु एक पकड़ में आ गया। पुलिसकर्मी उससे पूछताछ कर रहे थे। इस दौरान उसके साथी वहां आ पहुंचे और पुलिसकर्मियों पर हमला कर साथी को छुड़ा ले गए। जाते समय वे उनके पास से एके-47 व कारतूस भी छीन ले गए। घटना में पुलिसकर्मियों को चोट आई। एएसपी अंतरसिंह कनेश के अनुसार घटनास्थल के समीप राजस्थान के पाली से आई 800 भेड़ का पड़ाव था। आरोपित भेड़ चुराने आए थे। एक आरोपित कमल पर भेड़ चोरी का प्रकरण भी दर्ज किया गया है।

सूत्रों का कहना दो दिन पहले ही मिल गई थी रायफल

सूत्रों के अनुसार आरोपिता का सुराग लगने के बाद पुलिस की हलचल मची तो आरोपित डर के कारण रायफल रेलवे ट्रैक पर पटक गए, जो सोमवार सुबह बड़नगर रेलवे ट्रैक के किनारे पड़ी मिली थी। जबकि पुलिस उसे आरोपित से बरामद करना बता रही है। खुलासे में आरपीएफ कमांडेंट निशांत, जीआरपी एसपी मनकामनाप्रसाद, एएसपी अंतरसिंह कनेश, बड़नगर एसडीओपी शेरसिंह भूरिया व टीआई अरविंदसिंह दांगी, आरपीएफ टीआई नवाबसिंह सहित अन्य थाना पुलिस की सक्रिय भूमिका रही। मामले की जांच की जा रही है।