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पहली बार में ही धरे गए शातिर अपराधी, कनाडा से भारत के बैंकों को लगाने वाले थे करोडो का चुना

साइबर सेल की जांच में पुलिस के हाथ इस बात के पुख्ता सुबूत मिले हैं कि बैंकों की रकम उड़ाने की पूरी प्लानिंग दिल्ली निवासी हैकर्स ने कनाडा में नाइजीरियन हैकर्स के साथ बैठकर की. इससे पहले उसने दिल्ली, मुंबई, राजस्थान के 26 बैंक खातों को 20 फीसद कमीशन पर लिया ताकि बैंक खाता हैक करने के बाद पूरी रकम उन खातों में ट्रांसफर की जा सके.

अजीत रॉय के खाते में दो लाख एवं बिट्टू के खाते में हैकर्स ने दस लाख रुपये हस्तांतरित किया था. अजीत रॉय अपने खाते से 90 हजार रुपए जैसे ही आहरित करने का साथ ही पुलिस के घेरे में आ चुका था. बिट्टू के खाते को पुलिस ने पहले ही ब्लॉक करा दिया था. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि लल्लन सिंह के कहने पर उन्होंने खाता उपलब्ध कराया था.

मास्टर माइंड के लिंक दिल्ली व मुंबई में रहने वाले नाइजीरियन गिरोह से जुड़े होने के सुबूत पुलिस को मिले हैं. तफ्तीश में पता चला है कि एनआरआइ पिछले महीने दस दिन दिल्ली, मुंबई में रहने के बाद कनाडा चला गया. वह कब-कब भारत आया और कहां-कहां रहा, पुलिस ने पूरा डिटेल निकाल लिया है. उसके तीन-चार साथियों को संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है. पुलिस अफसरों ने बताया कि जांच के दायरे में 40 से 45 लोगों को लिया गया है. इनमें ज्यादातर खाताधारक और हैकर्स के खास साथी हैं. यह हैकर्स NRI है और उसने ब्रिटेन की नागरिकता हासिल कर रखी है. पैसों के ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए उसने दिल्ली और मुंबई में मोटी रकम देकर एजेंट तैयार किए. इनके माध्यम से किराए पर बैंक खाते हासिल किए.

इधर गिरोह से जुड़े लल्लन सिंह की गिरफ्तारी के दूसरे दिन ही दिल्ली में डटी क्राइम ब्रांच की टीम को गिरोह से जुड़े दो और सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक हैकर्स गिरोह को किराया पर खाता उपलब्ध कराने वाले सदस्यों, एजेंटों को दबोचने के लिए मुंबई, दिल्ली में लगातार छापेमारी की जा रही है. तीन और खाताधारकों के साथ एक एजेंट को हिरासत में लिया गया है. इन पर खाते से पैसा निकालकर एनआरआई को सौंपने का आरोप है. डीएसपी क्राइम अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि हैकर्स गिरोह को कमीशन पर खाता उपलब्ध कराने के मामले में दिल्ली के लल्लन सिंह की गिरफ्तारी के दूसरे दिन ही मूलतः बिहार के आरा जिले के अजीत रॉय (38) को गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाना क्षेत्र के ग्राम कनावनी से और बी-3/454 तारानगर, ककरोल मोड नई दिल्ली से बिट्टू (21) पिता नानकचंद को पकड़ा गया.

पुलिस अफसरों का दावा है कि गिरोह का मास्टर माइंड फरार एनआरआई ने दोनों के खाते में 12 लाख रुपये ट्रांसफर किया था. इसमें से 90 हजार रुपये एटीएम से आहरित करते ही वे पुलिस के घेरे में फंस गए. रविवार को पुलिस टीम उन्हें लेकर रायपुर पहुंची. पंडरी स्थित व्यावसायिक सहकारी बैंक के यश बैंक के दो खाते का यूजर, पासवर्ड हैक कर 2.47 करोड़ रुपये उड़ाने वाले हैकर्स गिरोह ने देश के बड़े बैंकों की अरबों की रकम एक झटके में उड़ाने का तगड़ा प्लान बनाया था. लेकिन पहली बार में ही जरा सी चूक ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया. यह चौंकाने वाला राजफाश पुलिस की तफ्तीश में हुआ है.