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भारत की कुल ईंधन मांग दिसंबर में 11 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई, लेकिन कोविद के पूर्व स्तर से 2 प्रतिशत नीचे रही। पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर में ईंधन उत्पादों की कुल मांग 18.60 मिलियन टन थी, जो कि एक साल पहले की अवधि में 18.95 मिलियन टन थी, लेकिन नवंबर की तुलना में 4 प्रतिशत अधिक है। सरकार द्वारा कोविद -19 के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए देशव्यापी तालाबंदी लागू करने के बाद मार्च में ईंधन की मांग में भारी गिरावट आई। विभिन्न राज्यों में आवधिक लॉकडाउन की वजह से ईंधन की मांग में कमी आई है, जो कि नियंत्रण क्षेत्र स्थापित कर चुके हैं और कोविद के प्रसार को रोकने के लिए स्थानीयकृत लॉकडाउन बनाए हुए हैं। दिसंबर में पेट्रोल की मांग 9.3 प्रतिशत बढ़कर 2.47 मिलियन टन रही, जबकि इसी अवधि में डीजल की माँग पूर्व-कोविद स्तरों पर 2.7 प्रतिशत कम होकर 7.18 मिलियन टन रही। सितंबर के बाद से पेट्रोल की मांग में लगातार वृद्धि हुई है जबकि अक्टूबर में डीजल की मांग में केवल 7.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। ।
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