मुंबई. आईआईटी बॉम्बे ने देश को नयी दिशा दी है और यहां के छात्र हीरा हैं. उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेंद ने आज आईआईटी बंबई के 56वें दीक्षांत समारोह में कही. उन्होंने डिग्री पाने वाले छात्रों को डिग्री प्रदान की और उसके बाद यहां के छात्रों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि यह संस्थान विश्व के सौ सबसे बेहतर संस्थानों में शामिल है और यहां के छात्र हीरा हैं. उन्होंने कहा कि आईआईटी ग्रेजुएट्स ने स्टार्टअप को नयी दिशा दी और सबसे अच्छे स्टार्टअप शुरू किये. इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने 1000 करोड़ की सहायता आईआईटी मुंबई को देने की घोषणा की. प्रधानमंत्री यहां सेंटर फॉर इनवायरमेंटल साइंस की बिल्डिंग का उद्घाटन भी करेंगे.
प्रधानमंत्री ने छात्रों से कहा मेरा आप सभी आग्रह है कि अपनी असफलता की उलझन को मन से निकालें और आकांक्षाओं पर फोकस करें. ऊंचे लक्ष्य, ऊंची सोच आपको अधिक प्रेरित करेगी. उलझन आपकी प्रतिभा को सीमाओं में बांध देगा. प्रधानमंत्री ने कहा कैंपस के युवाओं के दिमाग में श्रेष्ठ विचार आते हैं, सरकारी इमारतों और चकाचौंध से भरे कार्यालयों से नहीं. उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि, भारत में नवीनीकरण, मानवता के लिए नवीनीकरण, बेहतर कृषि उत्पादकता सुनिश्चित करने के लिए जलवायु परिवर्तन को कम करने, स्वच्छ ऊर्जा से जल संरक्षण करने आदि के लिए प्रयास करें. नवीनीकरण 21वीं सदी का मूलमंत्र है, जो समाज नवीनीकरण नहीं करता उसका विकास रुक जाता है.
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