नवरात्र में भी बारिश का दौर जारी है। महाराष्ट्र के साथ ही आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में कई स्थानों पर हाल बेहाल हैं। ताजा घटनाक्र्म में महाराष्ट्र में दो अलग अलग स्थानों पर आसमानी बिजली गिरने से एक शख्स की मौत हो गई, जबकि 27 लोग घायल हैं। इस बीच, लोगों को दशहरें की चिंता होने लगी है। कोरोना महामारी के कारण इस बार रावण दहन कई पाबंदियों के साथ होगा, वहीं यदि बारिश का दौर जारी रहा तो और मुश्किलें पैदा हो जाएंगी। 2019 में दशहरे के समय ऐसा ही मौसम था और कई स्थानों पर रावण को रेनकोट पहनाना पड़ा था। मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के कारण अगले कुछ दिनों में कहीं कहीं भारी बारिश का दौर रहेगा।
स्कायमेट के अनुसार, उत्तरी तटीय ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में 21 और 22 अक्टूबर को तूफानी हवाओं के साथ मूसलाधार वर्षा होने की संभावना है। इसके अलावा यह सिस्टम बांग्लादेश, असम, मेघालय, नागालैंड और मणिपुर को व्यापक रूप में प्रभावित करेगा। इन भागों में 23 से 25 अक्टूबर के बीच भीषण बारिश होने की संभावना नजर आ रही है।
इस सिस्टम के दिशा परिवर्तन कर पूर्वी और पूर्वोत्तर दिशा में जाने के कारण मानसून की वापसी का रास्ता साफ हो सकता है और जल्द ही दक्षिण-पश्चिम मानसून 2020 देश के बाकी भागों से अलविदा कह जाएगा। इस बीच संभावित सिस्टम झारखंड और बिहार को भी 22 से 24 अक्टूबर के बीच हल्की से मध्यम वर्षा दे सकता है। हालांकि उत्तरी छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश पर इसका प्रभाव नहीं दिखेगा। हरियाणा के लगभग सभी भागों में शुष्क मौसम की ही संभावना है। हालांकि 26 अक्टूबर के आसपास हरियाणा के कुछ भागों में बादल छा सकते हैं। बूंदाबांदी भी कहीं-कहीं हो सकती है। झारखंड में कहीं कहीं बारिश के आसार हैं, हालांकि दशहरे के दिन रांची में आसमान साफ रहेगा। ओडिशा में भी बारिश की आशंका है।
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