गांधी जयंती के दिन वैश्विक भारतीय वैज्ञानिक (वैभव) शिखर सम्मेलन का वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में मोदी ने ये बातें कही। ‘‘भारत के आत्मनिर्भर अभियान के आह्वान में वैश्विक कल्याण की भावना भी शामिल है। इस सपने को साकार करने के लिए, मैं आप सभी को आमंत्रित करता हूं और समर्थन मांगता हूं। ‘‘अपने किसानों की मदद के लिए हम अव्वल दर्जे का वैज्ञानिक अनुसंधान चाहते हैं। हमारे कृषि अनुसंधान वैज्ञानिकों ने दाल के उत्पादन को बढ़ाने के लिए बहुत कड़ी मेहनत की है। हम बहुत कम मात्रा में दाल का आयात करते हैं। हमारा अन्न उत्पादन रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंचा है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने हाल ही में देश में विकसित न्यूमोकोक्कल वक्सीन के व्यावसायिक उत्पादन की मंजूरी प्रदान की। उन्होंने कहा कि इन टीकों और पोषण मिशन की बदौलत बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण को वांछनीय स्तर प्राप्त हुआ है। यह सम्मेलन वैश्विक और प्रवासी भारतीय शोधकर्ताओं और शिक्षाविदों को एक मंच प्रदान करता है। इसका उद्देश्य भारतीय मूल के दिग्गजों को एक मंच पर लाना है जो दुनिया भर के अकादमिक और शोध संस्थाओं से जुड़े हैं।
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