पेट्रोल-डीजल की होगी छुट्टी, आईआईटी इंदौर ने विकसित की मेथेनॉल से स्वच्छ शुद्ध बनाने की तकनीक – Lok Shakti
October 18, 2024

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पेट्रोल-डीजल की होगी छुट्टी, आईआईटी इंदौर ने विकसित की मेथेनॉल से स्वच्छ शुद्ध बनाने की तकनीक

मेथेनॉल से शुद्ध परोक्ष गैस का उत्पादन

पर प्रकाश डाला गया

  1. आईआईटी इंदौर ने मेथेनॉल से शुद्ध शुद्ध का उत्पादन किया
  2. 130 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान पर पूरी होगी प्रक्रिया
  3. 13 लीटर मेथेनॉल से 1 किलों का निर्माण होगा

नईदुनिया प्रतिनिधि, प्रतिनिधि: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एआईटी) इंदौर ने सतत ऊर्जा की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। संस्थान ने मेथेनॉल से लेकर शुद्ध शुद्ध लाभुकों तक का उत्पादन कम किया है। इसके लिए नया डाउनलोड विकसित किया गया है। इससे स्वच्छ ऊर्जा के प्रयासों को बढ़ावा मिलेगा।

विद्वान ने इसे पर्यावरण के अनुकूल बताया है। संस्थान ने इस तकनीक का पेटेंट भी करवा लिया है। इस तकनीक को बाजार में लाने के लिए उद्यमियों से संपर्क किया जा रहा है। पारंपरिक पारंपरिक उत्पादन के लिए उच्च तापमान की आवश्यकता होती है, जिसमें अधिक ऊर्जा की गुंजाइश होती है और लाभकारी लाभ कम होता है।

मेथेनॉल से शुद्ध परोक्ष गैस का उत्पादन

इंदौर के रसायन विज्ञान विभाग के प्रो. संजय के. सिंह के नेतृत्व वाली टीम ने अपने हाईस्कूल छात्र महेंद्र के.अवस्थी के साथ मिलकर एक ऐसी प्रक्रिया विकसित की है जो 130 डिग्री सेल्सियस से भी कम तापमान पर मेथेनॉल से शुद्ध गैस का उत्पादन करती है। पुराने और पारंपरिक विद्यालयों से 200 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान की आवश्यकता होती है।

नई तकनीक का लाभ

मूल उत्पादन की नई तकनीक कम तापमान वाली ऊर्जा प्रक्रिया है, जो उत्पादन की लागत को कम करती है। इससे औद्योगिक और वाणिज्यिक दोनों का उपयोग अपरिपक्व उत्पादन के लिए किया जाता है। इस नवप्रवर्तन से कार्बन डाइऑक्साइड में कटौती होती है और जलवायु परिवर्तन से वैश्वीकरण में मदद मिलती है।

13 लीटर मेथेनॉल से एक विशेष उत्पाद का उत्पादन

प्रो. सिंह का कहना है कि इसे डाउनलोड करने के लिए केवल 13 लीटर मेथेनॉल से एक रिजेक्ट का उत्पादन किया जा सकता है। यह अपनी स्थिरता और कम लागत के कारण अन्य अर्थशास्त्र से अलग है। इस प्रक्रिया से अपरिभाषित उत्पादन में महत्वपूर्ण परिवर्तन आयें और स्वच्छ ऊर्जा स्रोत के रूप में अपरिभाषित रूप से व्यापक रूप से परिवर्तन में मदद लें।

उनका कहना है कि नई तकनीक से इंप्रेशन के उत्पादन से डीजल पर निर्भरता कम होगी। अत्याधुनिक गैसों को कम करने में सहयोग मिलेगा। यह प्रक्रिया अप्रत्यक्ष उत्पादन के लिए मेथेनॉल का एक वैकल्पिक और टिकाऊ उपयोग प्रदान करती है। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस विधि को शुद्ध शुद्ध का उपयोग करके सीधे विद्युत उत्पाद के रूप में उपयोग किया जा सकता है।