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माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य को लेकर सजग रहते हैं। उन्हें सही समय पर सही जगह पहुंचाने के लिए तैयार रहते हैं। कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला बिहार में जहां पिता ने बच्चों को पढ़ाई के लिए डांट-फटकार लगाई तो बच्चों ने प्लान बनाकर झारखंड भाग गए। हालांकि झारखंड के बोकारो में सभी बच्चे पकड़े गए। फिर इन्हें चाईल्ड केयर भेज दिया गया।
पढ़ाई के लिए डांट पड़ने पर बिहार से भागकर तीन बच्चे झारखंड के बोकारो जिले में पहुंच गए। तीनों ट्रेन से पहुंचे। गोमो-बरकाकाना रेल खंड के फुसरो-बेरमो स्टेशन के अमलो हाल्ट में रविवार को रेलवे कर्मचारी आलोक कुमार ने तीन किशोर (बालक) को पकड़कर रेलवे पुलिस को सौंप दिया।
स्टेशन परिसर से पकड़े गए सभी किशोर बिहार के पूर्णिया, सहरसा और सुपौल के रहने वाले हैं। सभी की उम्र 14 से 15 वर्ष है। तीनों बच्चे पढ़ाई के डर से घर छोड़कर कमाने के लिए भाग रहे थे। अमलो हाल्ट के टिकट संचालक आलोक कुमार को संदेह होने पर तीनों बच्चों को पकड़ कर पूछताछ करने लगे, जिस पर तीनों बच्चों ने घर से भागने की बात कबूल की।
मामले की जानकारी मिलते ही रेलवे पुलिस के प्रधान आरक्षी अरुण तिवारी दलबल के साथ अमलो हाल्ट पहुंचकर तीनों किशोर को फुसरो स्टेशन ले आए। रेलवे पुलिस ने तीनों किशोर के स्वजन को जानकारी देते हुए कागजी कार्रवाई कर बरकाकाना चाइल्ड केयर भेज दिया।
रेलवे कर्मचारी ने क्या कुछ कहा
रेलवे काउंटर कर्मचारी आलोक कुमार ने बताया कि पकड़े गए किशोरों में अजीत कुमार सहरसा के मुरलीगंज का निवासी है। आयुष कुमार पूर्णिया जिला के खगामीरगंज का रहनेवाला है। उसके पिता का नाम पिता अवधेश साह है। अमन कुमार सुपौल थाना के जादिया का रहने वाला है। उसके पिता का नाम रविंद्र साह है। अमन अजीत की मौसी का बेटा है।
पढ़ाई नहीं करना चाहते- किशोर
पकड़े गए किशोरों ने बताया कि वे लोग पढ़ाई नहीं करना चाहते हैं। स्वजन पढ़ाई को लेकर अक्सर मारपीट करते हैं, जिसके कारण वे लोग प्लानिंग कर कमाने की मंशा से घर को छोड़कर भाग निकले।
धनबाद के मदरसा से भागे तीन नाबालिग कटिहार में मिले
कटिहार जिले में सहायक थाना क्षेत्र से पुलिस ने धनबाद के मदरसे से फरार तीन नाबालिग लड़कों को बरामद किया है। औपचारिकताएं पूरी करने के बाद इन्हें स्वजन को सौंप दिया गया।
थानाध्यक्ष पंकज प्रताप ने बताया कि तीन बच्चों को प्रपुअनि अमरेश कुमार द्वारा संदेहास्पद स्थिति में देख पूछताछ के बाद थाना लाया गया। उन्होंने कहा तीनों नाबालिग अररिया जिले के जोकीहाट के रहने वाले हैं। तीनों धनबाद के मदनपुर मदरसा इस्लामियां अरबी में पठन-पाठन करते थे।
मदरसा के मौलवी तस्लीफ द्वारा मारपीट करने तथा अच्छा खाना नहीं दिए जाने का आरोप बरामद बच्चों द्वारा लगाया गया। बरामद बच्चों ने बताया कि मारपीट से तंग आकर वे किसी तरह मदरसा से भाग निकले थे।
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