एक गेंद पर दो बार आउट होकर भी आउट नहीं हुए पाकिस्तानी कप्तान – Lok Shakti

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एक गेंद पर दो बार आउट होकर भी आउट नहीं हुए पाकिस्तानी कप्तान

ये बाबर आजम नहीं हैं बल्कि पाकिस्तान की टेस्ट टीम के कप्तान शान मसूद हैं। मसूद इस समय विटालिटी ब्लास्ट में खेल रहे हैं। इंग्लैंड के इस टी20 टूर्नामेंट में मसूद यॉर्कशार की तरफ से खेल रहे हैं। वह इस टीम के कप्तान हैं। यॉर्कशर का मैच लंकशर से था। इस मैच में मसूद के साथ बहुत बुरा हो गया।

 पाकिस्तान क्रिकेट टीम का टी20 वर्ल्ड कप में प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है। पिछले बार की उप-विजेता टीम इस बार सुपर-8 में भी नहीं जा सकी। पाकिस्तानी टीम की इसे लेकर जमकर आलोचना हो रही है। इस बीच पाकिस्तान के कप्तान का एक वीडियो वायरल हो गया है। इस वीडियो में वह एक ही गेंद पर दो बार आउट हुए हैं, लेकिन फिर भी आउट नहीं दिए गए।

ये बाबर आजम नहीं हैं बल्कि पाकिस्तान की टेस्ट टीम के कप्तान शान मसूद हैं। मसूद इस समय विटालिटी ब्लास्ट में खेल रहे हैं। इंग्लैंड के इस टी20 टूर्नामेंट में मसूद यॉर्कशार की तरफ से खेल रहे हैं। वह इस टीम के कप्तान हैं। यॉर्कशर का मैच लंकशर से था। इस मैच में मसूद के साथ बहुत बुरा हो गया।

एक गेंद पर दो बार हुए आउट

यॉर्कशर की पारी का 15वां ओवर फेंक रहे थे जैक ब्लैथरविक। जैक ने जो गेंद फेंकी वो नौ बॉल थी। ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद को मसूद ने ऑफ स्टंप के बाहर जाकर स्कूप शॉट खेलने की कोशिश की। गेंद उनके बल्ले से टकरा उनके हेलमेट पर लगी और प्वाइंट पर गई और गली के बीच में। मसूद के साथी ने रन लेने को कहा और मसूद निकल गए। इसी दौरान विकेटकीपर ने तुरंत गेंद पकड़कर गेंदबाज को दी जिन्होंने गेंद स्टंप पर मार दी। मसूद रन आउट हो गए। लेकिन तभी पता चला कि मसूद जब शॉट खेलने के लिए ऑफ स्टंप की तरफ आए थे वह हिट-विकेट हो गए थे। लेकिन फिर भी वह आउट नहीं हुए।

मसूद क्यों नहीं हुए आउट?

मसूद को एमसीसी के नियम 31.7 ने बचा लिया। मसूद दोनों तरह से आउट थे। लेकिन वह पहले हिट-विकेट हुए। लेकिन ये हिटविकेट माना नहीं गया क्योंकि गेंद नौ बॉल थी। वह रन आउट इसलिए नहीं हुए क्योंकि नियम के तहत अगर बल्लेबाज को इस बात का पता नहीं है कि आउट हो गया है और वह क्रीज से बाहर निकलता है तो वह रन आउट नहीं हो सकता।

नियम 31.7 के तहत, “अगर अंपायर इस बात से संतुष्ट हैं कि बल्लेबाज को ये नहीं पता कि वह आउट हो गया है और फील्डिंग टीम उसे दूसरे तरह से आउट कर देती है तो वह इस मामले में दखल दे सकते हैं। ऐसी स्थिति में अंपायर गेंद को डैड करार दे सकते हैं ताकि फील्डिंग साइड कुछ और कदम न उठाए और बल्लेबाज को वापस बुला सकते हैं.”