‘महतारी’प्लॉटजी बीजेपी की नई पार! लोकसभा चुनाव से पहले महतारी वंदन योजना को अमल में लाकर सरकारी तंत्र को चुनौती दी गई, लेकिन इस प्रक्रिया को ऑनलाइन करना चुनौती है – Lok Shakti

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‘महतारी’प्लॉटजी बीजेपी की नई पार! लोकसभा चुनाव से पहले महतारी वंदन योजना को अमल में लाकर सरकारी तंत्र को चुनौती दी गई, लेकिन इस प्रक्रिया को ऑनलाइन करना चुनौती है

प्राथमिक पात्र, गरियाबंद। जिस महतारी वंदन योजना के तहत भाजपा का सत्ता तक का रजिस्ट्रेशन आसान हुआ, उसे अबोमोनियम के पहले तक अमलीजा पहनावे के लिए सरकारी तंत्र स्तर युद्ध पर उतारा गया है। गरियाबंद जिले के 51 हजार अरब कलाकारों में 1.80 लाख महिलाओं को जोड़ने की योजना का लक्ष्य रखा गया है। अब तक इसमें 1.50 लाख करोड़ रुपये का आवेदन विभाग ने ले लिया है। इसे अब ऑनलाइन करना चुनौती बन गया है।

आवेदन हर हाल में 20 फरवरी तक ऑनलाइन किया जा चुका है। जिसे देखने के लिए 1465 अविश्वासियों के अलावा 400 पंचायतें और मठवासी दिन रात मेहनत करते दिख रहे हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक पांडे ने कहा कि रविवार शाम 5 बजे से 51, 591 तक आवेदन ऑनलाइन जा चुके हैं। सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक सर्वर स्लो हो जाता है। ऐसे में स्टाफ रात 12 बजे तक डेटा अपलोड कर कार्य के प्रति लग्न का परिचय दे रहे हैं। निर्धारित तिथि तक काम पूरा कर लिया जाएगा।

गाँव-गाँव की स्थापना ले रहे रेलवे

प्रारंभिक दौर में योजना का समर्थन केवल महिला एवं बाल विकास विभाग को दिया गया था। काम में चलने वाली बाइक के लिए कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने खुद का मोर्चा संभाला। उन्होंने दस्तावेज़ का रेंडम निरीक्षण शुरू किया। जिला पंचायत सीईओ, जिला कार्यक्रम अधिकारी को जिले के पोर्टफोलियो अधिकारी, तो ब्लॉक में जिला सीईओ और सिडिपियो को सिद्धार्थ की जवाबदारी दी गई। 1000 की शुरुआत 1300 की शुरुआत में हुई। हितग्राही चॉइस सेंटर से भी ऑनलाइन आवेदन लेने की सुविधा दी गई है। टैब बिजनेस अबएप्लिकेशन्स ऑन लाइन के आंकड़ों में लॉटरी देखने को मिली।

3000 फॉर्म ऑनलाइन नहीं थे

सर्व स्लो होने की समस्या के बारे में देवभोग और गरियाबंद में हवेली असामी का नाम छोड़कर दूसरे ब्लॉक का नाम दिखाया जा रहा है। हितग्राही के नाम पर ही असली ग्राहकों की जगह दूसरे केंद्र दिखाई दे रहे हैं। इस समस्या के चलते देवभोग के 20 पिज्जा सेंटर और गरियाबंद पैलेस के 14 दुकानदारों के लगभग 3000 फॉर्म ऑनलाइन नहीं हो पाए। जिला परियोजना अधिकारी संचालय द्वारा पत्र में तीन दिन पहले ही इसे शामिल करने की बात कही गई थी। सुधार आने के बाद अब फॉर्म ऑनलाइन किया जा रहा है।

जानकारी के अनुसार देवभोग में अब तक सबसे कम 5592 फॉर्म, गरियाबंद में 7007 ऑनलाइन जा सकते हैं। जबकि सर्वाधिक ऑफ़लाइन 14975 फ़िंगेश्वर ब्लॉक में भरा गया। अन्य स्थान 12502 पर ऑनलाइन आवेदन करें। तो तीसरा स्थान मानपुर ब्लॉक है। जहां 11515 फॉर्म ऑनलाइन थे।

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