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मंडला के किसानों से लोन में फर्जीवाड़ा करने वालों पर मामला दर्ज

2018 में पड़ाव यूनियन बैंक में कुल 201 केसीसी खाते खोले गए थे। उक्त राशि का उपयोग भी दोनों ने अपने हित में किया।

29 Dec 2023

जबलपुर : किसानों के केसीसी लोन में हेराफेरी करने के मामले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो जबलपुर ने मामला दर्ज किया है। मंडला के पड़ाव यूनियन बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक अमित जैन और तत्कालीन ग्रामीण विस्तान अधिकारी अखिलेश मरावी के खिलाफ मामला कायम हुआ है।

खातों में आने वाली रकम का फर्जीवाड़ा

वर्ष 2018 और 2019 में किसानों के केसीसी लोन खातों में आने वाली रकम का फर्जीवाड़ा किया गया। मामले की जांच के बाद आ र्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) की जबलपुर यूनिट ने तत्कालीन शाखा प्रबंधक जैन और तत्कालीन ग्रामीण विस्तार अ धिकारी मरावी के खिलाफ धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार निवारण अ धिनियम की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया है।

2018 में पड़ाव यूनियन बैंक में कुल 201 केसीसी खाते खोले गए

ईओडब्ल्यू एसपी आरडी भारद्वाज ने बताया कि वर्ष 2018 में पड़ाव यूनियन बैंक में कुल 201 केसीसी खाते खोले गए, लेकिन इनमें से छह हितग्राहियों की राशि उनके खाने में आने के बाद आं शिक या पूर्ण रूप से ओम रिकवरी एजेंसी के खातों में ट्रांसफर कर दी गई। एसपी भारद्वाज ने बताया कि वर्ष 2018 में सुबल सिंह के खाते में आई लोन की एक लाख 90 हजार राशि में से 90 हजार रुपये बैसा खिन के खाते में आई तीन लाख 90 हजार रुपए की राशि में से तीन लाख 60 हजार रुपये, गोविंद तेकाम के खाते में आए दो लाख में से एक लाख 60 हजार रुपये ओम रिकवरी एजेंसी के खातें में ट्रांसफर की गई।

राशि फिर से उसके खाते में वापस पहुंची

2019 में अनूप सिंह के खाते में आई पांच लाख 50 हजार की राशि में से पांच लाख 34 हजार रुपये किसी अन्य खाते में जमा कराए गए। इसके बाद यह राशि फिर से उसके खाते में वापस पहुंची। लेकिन जैसे ही अनूप ने चार लाख रुपये आहरित किए गए, तो डेढ़ लाख की राशि उसे नहीं मिल सकी। जांच में सामने आया कि तत्कालीन शाखा प्रबंधक जैन और तत्कालीन विस्तार अधिकारी मरावी ने खातों में आई रा शि को ट्रांसफर करने के लिए खुद के हस्ताक्षर किए और उक्त राशि का उपयोग भी दोनों ने अपने हित में किया। जिसके बाद दोनों पर प्रकरण दर्ज किया गया।