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साइबर क्राइम: जालसाजों ने एआई से वॉयस मास्टर टीचर्स को किया फोन, फिर ठगे 1 लाख रुपये

यूपी समाचार: जालसाजों ने एक टीचर्स के पास 1 लाख रुपए की हिस्सेदारी रखी है। इस साइबर लाइब्रेरी को अंजाम देने के लिए जालसाजों ने एमबीएस टीचर्स से कॉल पर संपर्क किया था। राक्षस की आपदा होने पर साइबर क्राइम सेल में याचिका दायर की गई है। मामला उत्तर प्रदेश के गोदामों का है। इस मामले में पुलिस द्वारा केस दर्ज कर जांच की जा रही है।

टीचर्स ऐसे ही हुई आलू का शिकार

जालसाज ने आर्टिस्टिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल करते हुए क्यूबा की एक आवाज का नकल किया और खुद को उसकी बहनोई का बहनोई बताया। जालसाज को कॉल पर कोई परेशानी होने की जानकारी नहीं दी गई, जिसमें 1 लाख रुपये की मांग और 2 दिन में नकदी वापस लेने का वादा किया गया। कुछ दिन बाद जब पैसा वापस नहीं आया तो स्टैन ने अपने नागालैण्ड से संपर्क किया, तब उसे पता चला कि वह पुर्तगाल का शिकार हो गया है।

ऐसी साइबर साइबरस्पेस से कैसे बचाया जाए?

ऐसे साइबर शूटर से बचने के लिए कभी भी अनन्या के नंबर से कॉल करके खुद को जांचने वाले पर भरोसा करने से पहले जांच जरूर करें। किसी भी व्यक्ति के साथ अपने वित्तीय और व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें। किसी भी अन्य व्यक्ति के साथ कोई वित्तीय ग्राहक भी ना करें। एफ़र्ट साइबर क्राइम सेल और अपने बैंक में होने वाले संकट की शिकायत करें।